वड़ोदरा स्थित पारूल विश्वविद्यालय में संचालित फेकल्टी ऑफ आर्टस, पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्टस के तहत संचालित डिपार्टमेंट ऑफ इंग्लिश की ओर से हाउ टू राइट ए गुड रिसर्च पेपर एवं हाउ टू पब्लिश ए रिसर्च पेपर इन ए क्वालिटी रिसर्च जर्नल विषय पर ऑनलाइन वेबिनार्स का आयोजन किया गया। वेबिनार के मुख्य अतिथि प्रो. रघुवीर सिंह ने प्रतिभागियों को संबोधित किया।
प्रो. रघुवीर सिंह ने प्रतिभागियों को हाउ टू राइट ए गुड रिसर्च पेपर विषय पर संबोधित करते हुए सबसे पहले विषय चयन की बात कही। इसके साथ ही ब्रांड इश्यू एवं बेकग्राउंड, थीम ऑफ रिसर्च, डायरेक्ट रिलेवेंस ऑफ टॉपिक, लिट्रेचर ऑफ रिव्यू, रिसर्च प्रश्न, रिसर्च गेप की पहचान, प्रॉब्लम स्टेटमेंट के बारे में बताया। उन्होंने रिसर्च ऑब्जेक्टिव, रिसर्च प्लान एवं रिसर्च रिजल्ट के बारे में भी विस्तार से समझाया। रिसर्च टॉपिक के टाइटल को लिखने तथा रिव्यू ऑफ लिट्रेचर के महत्व के बारे में समझाया।
उन्होंने रिसर्च प्रॉब्लम, रिसर्च गेप, हाइपो थिसिस, रिजल्ट डिस्कशन, इन टेक्स्ट साइटेशन एंड रैफरेंस, एक्सलेरेट्री स्ट्डी, सार्स ऑफ प्लेग्रिज्म आदि की भी विस्तार से जानकारी दी। प्रो. रघुवीर ने कन्सेप्चुअल फ्रेम वर्क, आउट कम बेस एज्यूकेशन, राइटिंग ए स्टेटमेंट ऑफ प्रॉब्लम, स्कोप ऑफ द स्ट्डी, फोर्मुलेटिंग हाइपोथिसिस, सलेक्टिंग सिग्नीफिकेंस लेवल फॉर द स्ट्डी, रिसर्च डिजाइन, पॉपुलेशन एवं सैंपल फॉर रिसर्च, सैंपल के प्रकार एवं आकार, डेटा कलेक्शन मैथड के बारे में बताया।
सिंह ने द डेटा कलेक्शन इंस्ट्रूमेंट, रिलायबिलिटी, वेलिडिटी, चाइस ऑफ डेटा, चाइस ऑफ स्केल, चाइस ऑफ स्टेटिक्स, चाइस ऑफ स्टेटिक्स टेस्ट एवं टइप ऑफ स्टेटिक्स टेस्ट के बारे में जानकारी दी। इसी क्रम में प्रो. रघुवीर सिंह ने हाउ टू पब्लिश रिसर्च पेपर इन ए क्वालिटी रिसर्च जर्नल के संदर्भ में प्रतिभागियों को विभिन्न प्रकार के क्वालिटी जर्नल के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने स्टेक्चर ऑफ गुड रिसर्च पेपर के बारे में जानकारी देते हुए टाइटल, एक्सट्रेक्ट, कीवर्ड, लिटरेचर रिव्यू, मैथड, एनालिसिस एंड रिजल्ट इंटरप्रिटेशन, रिजल्ट डिस्कशन, कन्क्लूजन, लिमिटेशन एवं इम्लीकेशन ऑफ द स्ट्डी एंड फ्यूचर रिसर्च डायरेक्शन के बारे में बताया।
प्रो. रघुवीर ने एक एप्रोप्रिएट रिसर्च जर्नल के सलेक्शन, मेन्यूस्क्रिप्ट के सलेक्शन एवं रिजेक्शन के बारे में विस्तार से बताया। इसमें उन्होंने डेस्क रिजेक्शन, रिजेक्शन ड्यू टू पूअर थ्योरी बिलिडिंग, अवाइडिंग मैथड रिजेक्शन सैंपलिंग एरर, प्रोबेबिलिटी सैंपलिंग एवं नॉन प्रोबेबिलिटी सैंपलिंग, डेटा कलेक्शन डिजाइन, अवाइडिंग एनालिसिस रिजेक्शन एवं अच्छे इनडेक्सिंग जर्नल के लिए रिसर्च पेपर लिखने की बात कही। साथ ही प्रो. रघुवीर ने पैसा देकर शोध पत्रिकाओं में पेपर प्रकाशित करने से परहेज पर बल भी दिया।
इस अवसर पर पारूल विष्विद्यालय के डीन, फेकल्टी ऑफ आर्टस, प्रिंसिपल पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्टस एवं प्रोफेसर जर्नलिज्म एंड मॉस कम्यूनिकेशन, प्रो. डॉ. रमेश कुमार रावत ने वेबिनार के आरंभ में प्रो. रघुवीर सिंह का उद्बोधन के माध्यम से स्वागत कर विस्तृत परिचय दिया एवं ऑनलाइन वेबिनार के समापन पर उनका आभार जताया। इस ऑनलाइन वर्कशॉप में प्रतिभागियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, शोधार्थियों एवं पत्रकारों ने भाग लिया।