यूपी के कुख्यात गैंगस्टर मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में हुई हत्या में सुनील राठी का नाम सामने आया है। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में सुनील राठी ने बताया कि मुन्ना ने उसके भारी शरीर पर टिप्पणी की थी, जिससे वह भड़क और बाद में उसे गोली मार दी।
खबरों के मुताबिक, सुनील ने पुलिस को बताया कि जेल में टहलने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। सुनील राठी पहले से ही बागपत जेल में बंद है, इसलिए इस मामले में उसकी गिरफ्तारी पुलिस ने दिखा दी है। जेल प्रशासन की तरफ से कुख्यात सुनील राठी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
सुनील राठी ने पुलिस को बताया, उसने मुझसे कहा कि मैं बहुत मोटा हूं। मुझे यह पसंद नहीं आया। मैंने बजरंगी से कहा कि पहले अपनी स्थिति सुधारो। इससे हम दोनों के बीच बहस शुरू हो गई और उसने माउजर बंदूक मेरे ऊपर तान दी। मैंने बंदूक खींच ली और उसे लात मारकर गिरा दिया। जैसे ही वह गिरा, मैंने बंदूक की पूरी गोली उस पर खाली कर दी। हालांकि मुन्ना बजरंगी की हत्या के पीछे यह मामूली सी वजह पुलिस अधिकारियों को हजम नहीं हो रही है। घटना की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया, बागपत जेल में मुन्ना से ज्यादा सुनील राठी के लिए परेशानी थी।
उधर, स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह सामने आया है कि मुन्ना के शरीर में कोई भी गोली नहीं मिली। सारी गोलियां उसके शरीर को छेदते हुए बाहर निकल गई हैं, इससे यह भी अंदाजा नहीं लगाया जा सका कि कुल कितनी गोलियां लगी हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने बताया कि मुन्ना की हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल जेल के गटर से बरामद कर ली गई है। इसके साथ ही 10 इस्तेमाल हो चुके खोखे, 2 मैगजीन और 22 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं।