Eknath shinde vs Uddhav thackeray: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) नीत शिवसेना एवं उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की शिवसेना (यूबीटी) के बीच तल्खियां दिनोंदिन बढ़ती जा रही हैं। इस बीच, शिंदे उद्धव ठाकरे के कार्यकाल में बीएमसी में हुए भ्रष्टाचार की फाइलें खुलवाने जा रहे हैं। इसके लिए उन्होंने एसआईटी के गठन की मंजूरी दे दी है। ऐसे में आने वाले दिनों शिवसेना के दोनों ही धड़ों के बीच तकरार और तेज होने की संभावना है।
दरअसल, मुंबई भाजपा के प्रमुख आशीष सेलार ने सीएम शिंदे को पत्र लिखकर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कराने की मांग की थी। बजट सत्र के दौरान सीएजी (CAG) की रिपोर्ट में 12 हजार 24 करोड़ रुपए की अनियमितताएं सामने आई थीं। कैग की रिपोर्ट से जुड़ी यह सभी परियोजनाएं उद्धव ठाकरे के कार्यकाल (2019-2021) के दौरान पूरी की गई थीं। साथ ही बीएमसी में भी शिवसेना सत्तारूढ़ थी।
इन घोटालों की भी हो जांच : वहीं, उद्धव गुट के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एसआईटी के गठन पर ट्वीट कर कहा कि दादा भूसे का 170 करोड़ का घोटाला है, राहुल कुल का 500 करोड़ का मनी लॉन्ड्रिंग का मामला है। अब्दुल सत्तार सबको लूट रहा है। इन सभी के लिए अगर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री अलग से SIT की स्थापना करेंगे तो हम जरूर BMC की SIT का स्वागत करेंगे।
यूएन सेक्रेटरी को लिखा खत : दूसरी ओर, संजय राउत ने यूएन सेक्रेटरी एंटोनियो गुटेरस को खत लिखकर 20 जून को विश्व गद्दार दिवस घोषित करने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि 20 जून को शिवसेना के 40 विधायक पार्टी छोड़कर चले गए थे। इसके चलते उद्धव ठाकरे की महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई थी। बाद में शिवसेना के ही बागी एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में भाजपा के सहयोग से राज्य में सरकार बनी थी।
क्यों भड़के एकनाथ शिंदे? : मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उद्धव ठाकरे द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री की तीखी आलोचना के बाद एकनाथ शिंदे भड़क गए थे। उन्होंने पार्टी समारोह में उद्धव ठाकरे को अपनी हद में रहने की चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो ठाकरे कचरे में बदल जाएंगे। शिंदे ने कहा कि ठाकरे ही असली गद्दार हैं। उल्लेखनीय है कि ठाकरे अपने बागी विधायकों को कचरा कह चुके हैं।
राणे ने साधा उद्धव पर निशाना : इस बीच, भाजपा नेता और केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीतेश राणे उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि शिंदे 27 जुलाई को अपना जन्मदिवस मनाते हैं। उन्होंने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे के विचारों के साथ गद्दारी की है। अत: 27 जुलाई को ही गद्दार दिवस घोषित किया जाना चाहिए।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala