अहमदाबाद। इसे हम बेरोजगारी का अभिशाप या सरकारी नौकरी का आकर्षण ही कहेंगे कि प्यून जैसे पदों के लिए एमबीबीएस डॉक्टर भी आवेदन कर रहे हैं और प्यून बन रहे हैं।
समाचार है कि गुजरात हाईकोर्ट और अधीनस्थ अदालतों में 19 डॉक्टरों ने प्यून सहित वर्ग 4 की भर्ती के लिए अपना आवेदन किया है। इन्होंने परीक्षा पास भी कर ली है तथा इन्हें 30 हजार रुपए प्रतिमाह वेतन मिलेगा।
प्यून पदों के 1,149 पदों की तुलना में 1,59,278 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें अधिकतर ऊंची डिग्रीधारी व डॉक्टर तक शामिल हैं और इन्होंने वर्ग 4 प्यून की नौकरी स्वीकार कर ली। इनमें प्यून, पानी पिलाने वाले कर्मी और बेलिफ शामिल हैं।
नौकरी को लेकर अजीब तर्क : जज बनने के लिए एलएलएम की डिग्री की आवश्यकता होती है। जज बनने के योग्य डिग्रीधारक भी प्यून की परीक्षा में बैठे तथा चयन होने पर नौकरी ज्वॉइन करने की तैयारी इन्होंने कर ली। बातचीत में आवेदकों ने बताया कि इतनी पढ़ाई के बाद भी हमारे लायक योग्य नौकरी नहीं थी और फिर यह सरकारी नौकरी है और ट्रांसफरेबल भी नहीं है अत: हम प्यून बनने के लिए भी तैयार हैं।