मुंबई। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि यदि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नई दिल्ली में मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अलग से मिले हों तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि क्या दोनों के बीच कोई ऐसी बातचीत हुई है, इससे वे अवगत नहीं हैं।
इससे पहले दिन में ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और मराठा आरक्षण, लंबित जीएसटी मुआवजा और कंजुरमार्ग में प्रस्तावित मेट्रो कारशेड जैसे मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण भी उनके साथ मौजूद थे।
महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष फडणवीस ने कहा कि हालांकि, मुझे नहीं पता कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अलग से कोई मुलाकात हुई है। यदि हम मान भी लेते हैं कि इस तरह की कोई बैठक हुई भी है तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है। फडणवीस ने कहा कि जब वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तो प्रधानमंत्री उनके साथ अलग से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करते थे।
उन्होंने कहा कि जब मैं प्रधानमंत्री से एक शिष्टमंडल के साथ मिलता था तो वे उनके साथ 5 से दस मिनट तक बात करते थे। बाद में प्रधानमंत्री राज्य से संबंधित मुद्दों पर मेरे साथ अलग से 15 से 20 मिनट तक चर्चा करते थे। फडणवीस ने कहा कि वे प्रधानमंत्री और ठाकरे की बैठक के बारे में अटकलबाजी नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास इसकी कोई जानकारी नहीं है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के अक्टूबर 2019 आए नतीजों में स्पष्ट जनादेश नहीं आने के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा एवं शिवसेना में मतभेद इतना गहरा गया कि ठाकरे नीत पार्टी राजग से बाहर गई थी। शिवसेना ने इसके बाद राकांपा एवं कांग्रेस के साथ मिल कर प्रदेश महा विकास आघाडी का गठन किया और ठाकरे ने मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार की कमान संभाली।
फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र हमेशा से केंद्र सरकार के एजेंडे में रहा है। प्रधानमंत्री महाराष्ट्र (और इसके मुद्दों) को लेकर हमेशा से सकारात्मक रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री के साथ ऐसी बैठक का स्वागत करता हूं। वे (प्रधानमंत्री) केंद्र और राज्य के बीच समन्वय विकसित करने में मदद करते हैं। हमने सदैव यह सुनिश्चित किया है कि राज्य को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने चाहिए।
ठाकरे की अगुवाई वाली शिष्टमंडल के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि यह बहुत अच्छा है कि मुख्यमंत्री ने शिष्टमंडल के साथ विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात की है, क्योंकि महाराष्ट्र की प्रत्येक समस्या के लिए केंद्र सरकार पर उंगली उठाने का एक चलन बन गया है।
यह पूछे जाने पर कि बैठक राजनीतिक मतभेदों को मिटाने के लिए हुई है, फडणवीस ने कहा कि राजनीति सामान्य तौर पर चुनावों से कुछ महीने पहले शुरू होती है और कोई इसे नहीं रोक सकता है। अन्य दिनों में राज्य और केंद्र के बीच समन्वय से राज्य को मदद मिलती है। यदि सही समय पर उचित भूमिका अदा की जाए तो महाराष्ट्र को निश्चित तौर पर लाभ मिलेगा। मराठा आरक्षण पर उन्होंने कहा कि आज की बैठक से कुछ ठोस निकल आने की उम्मीद करना अभी जल्दबाजी होगा। उच्चतम न्यायालय ने मराठा आरक्षण को हाल के अपने एक निर्णय में खारिज कर दिया था। (भाषा)