आपने मंदिरों में होने वाले कई बड़े-बड़े भंडारे देखे होंगे। इन भंडारों के लिए भारी मात्रा में प्रसाद बनाया जाता है। हलवा से लेकर खिचड़ी तक इन भंडारों में बनाई व बांटी जाती है। इन दिनों राजस्थान में जयपुर के पास स्थित कोटपूतली के एक मंदिर में इसी तरह का एक भंडारा एवं प्रसाद वितरण चर्चा का विषय बना हुआ है। कल्याणपुरा कुहाड़ा गांव के श्री छांपावाले भैरूजी मंदिर में कुछ दिनों पहले वार्षिकोत्सव मनाया गया। यह वार्षिकोत्सव अपने प्रसाद निर्माण व वितरण के लिए शोहरत बटोर रहा है।
प्रसादी वितरण के लिए मंदिर प्रशासन व ग्रामीणों ने मिलकर एक विशाल भंडारे का आयोजन करवाया था। इस भंडारे के लिए करीब 125 क्विंटल चूरमा बनाया गया। इतनी भारी मात्रा में चूरमा बनाने के लिए गांव वालों ने बेहद अनोखा तरीका अपनाया। पूरी प्रक्रिया में 3 थ्रेसर मशीन, ट्रैक्टर व ट्रॉली समेत जेसीबी मशीन तक का इस्तेमाल किया गया। चूरमा बनाने में करीब 6 दर्जन से भी अधिक हलवाइयों ने अपना सहयोग दिया।
चूरमा बनाने की पूरी सामग्री ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर नियत स्थान तक लाई गई। इसके बाद जेसीबी की मदद से इसे व्यवस्थित कर थ्रेसर मशीन के इस्तेमाल से इसका चूरा तैयार किया गया। स्थानीय ग्रामीण इस आयोजन की तैयारी में पिछले एक माह से लगे हुए थे। प्रसाद वितरण के लिए यहां लगभग दो पत्तलों एवं तीन लाख दोनों का इस्तेमाल किया गया। पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए करीब डेढ़ दर्जन पानी के टैंकर भी बुलवाए गए थे।
इस आयोजन का हिस्सा बनने राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, खेल राज्यमंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर व स्थानीय विधायक राजेंद्र सिंह समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे। सभी ने इस भव्य आयोजन व अनोखे प्रसाद वितरण की जमकर तारीफ की।