Assam Rifles sends legal notice to Manipuri leader: असम राइफल्स (Assam Rifles) ने बल की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने और उसके मनोबल को गिराने के आरोप में मणिपुर के एक नेता को कानूनी नोटिस भेजा है। शिलांग के एक वकील की ओर से रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI-Athawale) के राष्ट्रीय सचिव महेश्वर थौनाओजम को 18 अगस्त को नोटिस भेजा गया।
नोटिस में कहा गया है कि देश का सबसे पुराना अर्द्धसैनिक बल असम राइफल्स देश की सेवा कर रहा है और मणिपुर समेत विभिन्न क्षेत्रों में शांति, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। नोटिस में कहा गया है कि यह उल्लेख करना भी आवश्यक है कि मणिपुर आफस्पा (सशस्त्र बल विशेषाधिकार अधिनियम) के तहत एक अधिसूचित क्षेत्र नहीं है, लेकिन सक्षम मजिस्ट्रेट ने विशेष रूप से कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहायता के लिए सशस्त्र बलों को तैनात करने को लेकर 3 और 5 मई को आदेश जारी किया था।
थौनाओजम ने कहा कि वे माफी नहीं मांगेंगे और वे भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में अभिव्यक्ति की आजादी के हकदार हैं। थौनाओजम ने कहा कि मैंने कोई बयान नहीं दिया, मैंने एक सवाल पूछा था। मैंने एक नेता के रूप में नहीं, बल्कि मेइती समुदाय के व्यक्ति के तौर पर अपनी बात रखी थी। यहां हर मेइती जानता है कि असम राइफल्स के कुछ अधिकारी कुकी उग्रवादियों के साथ कैसे नाचते और गाते हैं, इसे साबित करने के लिए वीडियो हैं। मैं वही बात दोहरा रहा था, जो यहां के सभी मेइती लोगों को पता है।
असम राइफल्स ने झूठे आरोप और मानहानि के लिए लिखित और सार्वजनिक माफी की मांग की और उनसे 30 जून को दिल्ली में मेइती समुदाय से संबंधित कार्यक्रम में दिए गए बयान को वापस लेने के लिए कहा। नोटिस में उल्लेख किया गया है कि बैठक में थौनाओजम ने कहा था कि ग्रामीणों ने यह भी बताया कि असम राइफल्स ग्राम रक्षा बल को खत्म करने के लिए कुकी उग्रवादियों की मदद कर रहा है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta