पटना। बिहार विधानसभा में आज बुधवार को पंचायतीराज मंत्री सम्राट चौधरी के तीखे शब्दों से क्षुब्ध सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा दुबारा कार्यवाही शुरू होने के भी सदन में नहीं आए जिसके कारण सभा की बैठक एक मिनट बाद ही स्थगित कर दी गई।
विधानसभा की कार्यवाही जब दुबारा 12 बजकर 3 मिनट पर शुरू हुई तब सभाध्यक्ष की जगह पीठासीन सभापति नरेंद्र नारायण यादव आए और उन्होंने सदन को बताया कि शून्यकाल के सभी सूचनाएं शून्यकाल समिति को भेज दी जाएगी, वहीं ध्यानाकर्षण की सूचनाएं अगली तिथि को ली जाएंगी। इसके बाद पीठासीन सभापति ने सभा की कार्यवाही भोजनावकाश तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पूर्व विधानसभा में बुधवार को प्रश्नोत्तर काल के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विनय बिहारी के तारांकित प्रश्न के जवाब के दौरान सभाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने ऑनलाइन जवाब नहीं आने पर मंत्री चौधरी को इसे गंभीरता से लेने का निर्देश दिया। इस पर मंत्री ने तल्ख लहजे में कहा कि आप जानकारी ले लें कि विभाग की ओर से 16 में से 14 प्रश्नों के जवाब दे दिए गए हैं। इस पर सभाध्यक्ष ने कहा कि बुधवार सुबह 9 बजे तक 16 में से 11 प्रश्नों के जवाब ही ऑनलाइन आए थे, जो 69 प्रतिशत हैं। आप अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दें कि वे ऑनलाइन जवाब समय पर दिया करें।
मंत्री ने इसके बाद कहा कि वे इसे देख लेंगे लेकिन इसमें ज्यादा 'व्याकुल' होने की जरूरत नहीं है। इस पर सभाध्यक्ष ने मंत्री से 'व्याकुल' शब्द वापस लेने को कहा लेकिन मंत्री इसके लिए तैयार नहीं हुए और कहा कि इस तरह से आप सदन नहीं चलाएं। मंत्री के इन शब्दों से क्षुब्ध सभाध्यक्ष ने पूर्वाह्न 11 बजकर 29 मिनट पर सभा की कार्यवाही 12 बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दी। (वार्ता)