नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी से निष्कासित राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने मध्यप्रदेश के मंदसौर में मासूम बच्ची के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन और अन्य 'सेलेब्रिटी' के चुप्पी साधे रहने पर निशाना साधा है।
सिंह ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया है। वीडियो में सांसद ने कहा है कि दिल्ली के निर्भया बलात्कार की घटना ने रेप पीड़िताओं के प्रति देश के लोगों में जागरूकता और सहानुभूति पैदा की थी। इस घटना के बाद तमाम सेलिब्रेटी और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आवाज मुखर की और अपना रोष जताने के लिए आगे आए।
उन्होंने कहा कि सुश्री बच्चन तो संसद में इस घटना को बयां करते हुए रो पड़ी थीं। निर्भया कांड पर संसद में आंसू बहाने वाली सुश्री बच्चन समेत पूरा सेलेब्रिटी समुदाय मंदसौर की सामूहिक बलात्कार की घटना पर चुप है और इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा रहे हैं और मृत्युदंड की मांग नहीं कर रहे हैं।
बच्चन परिवार के किसी समय खासमखास रहे सिंह ने कहा निर्भया घटना के समय बड़ी संख्या में सेलेब्रिटी, सामाजिक कार्यकर्ता और स्वयंसेवी संगठन सड़कों पर मोमबत्तियां लेकर उतरे थे। दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद बलात्कार से जुड़े कानून में आमूलचूल बदलाव हुए।
उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन ऐसे हुए कि यदि किसी के साथ 20 या 30 साल पहले भी अगर कुछ हुआ है तो उसे भी बलात्कार की संज्ञा दे दी गई। फिल्म अभिनेता जितेंद्र के खिलाफ किसी ने बलात्कार का मुकदमा कर दिया कि 25 साल पहले उसका रेप किया। 'भारत में मी टू कैंपेन चला।'
अमरसिंह ने कहा कि निर्भया आंदोलन का इतना असर पड़ा कि आपसी सहमति से दो साल तक साथ रहने वाली महिलाएं भी अब ब्लैकमेल पर उतारू हैं। उन्होंने कहा कि जया बच्चन तो निर्भया के गम में संसद में रोने लगीं थीं।
अब मंदसौर में लोमहर्षक घटना हुई है किंतु सेलेब्रिटी सामने नहीं आ रहे हैं। जया बच्चन जी अब आप नहीं रो रही हैं। यह तो आपके मायके की घटना है, जहां आप पली-बढ़ी हैं। क्या आपके आंसू सूख गए हैं।
उन्होंने कहा कि आप मंदसौर की बच्ची के लिए चीखिए, चिल्लाइए अपने पति और अपनी बहू से भी कुछ कहलवाइए, वे भी अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी हैं। ऐसे पक्षपाती होकर रोना अच्छा नहीं है। इस दुर्दांत बलात्कार बलात्कार के लिए भी आंसू बहाइए। (वार्ता)