कन्नौज। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शनिवार को लखनऊ से चलकर कन्नौज पहुंचे थे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए अखिलेश यादव ने लखनऊ से कन्नौज की यात्रा के दौरान सड़कों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि भाजपा सरकार में जिस तरह राजधानी की सड़कों का हाल है, उसी तरह वह हाईवे को भी खराब करना चाहती है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार न तो सड़कों का रखरखाव कर पा रही है और न ही यातायात की व्यवस्था दुरुस्त है। हाईवे पर दुर्घटनाओं के प्रति भाजपा संवेदनशून्य बनी हुई है। भाजपा को तो टोल टैक्स वसूलने में ही दिलचस्पी है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो अव्यवस्था पैदा की है, उससे उत्तरप्रदेश में कोई भी निवेशक पूंजी निवेश में रुचि नहीं ले रहा है। अब तक भाजपा राज में हुए निवेशक सम्मेलनों से प्रदेश की प्रगति में कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। भाजपा की राज्य सरकार इस संबंध में 'श्वेत पत्र' जारी करे ताकि उनकी बयानबाजी की हकीकत सामने आ सके।
उन्होंने कहा कि पिकअप भवन लखनऊ में आग लगने के बाद उद्योगपतियों का अविश्वास बढ़ा है कि किसे बचाने के लिए अग्निकांड की साजिश हुई? यमुना एक्सप्रेस-वे पर अभी दर्दनाक हादसा हुआ। इन दुर्घटनाओं में जन-धन की हानि होती है।
उन्होंने कहा कि हाईवे पर पुलिसिंग की व्यवस्था नहीं है। जो सुविधाएं थीं, उन्हें भी बर्बाद कर दिया गया है। भाजपा सरकार को इसकी फिक्र ही नहीं है कि यातायात सुगम और सुरक्षित हो। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उचित व्यवस्थाएं की जानी चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की लागत में भाजपा राज में लगातार वृद्धि के फलस्वरूप उसके निर्माण पर पहले से घोषित व्यय से दुगना खर्च आ रहा है। इस पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे जन-सुविधाएं, सर्विस लेन, मंडी आदि भी नहीं बनाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे समाजवादी सरकार में बना जिसकी गुणवत्ता की पुष्टि इससे होती है कि वहां वायुसेना का मालवाहक जहाज तथा युद्धक विमान भी उतर चुके हैं। भाजपा सरकार अपने एक्सप्रेस-वे जल्दी बनाकर तो दिखाए, साथ ही इसका ब्योरा सार्वजनिक करें।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसानों की आय दोगुनी करने की बड़ी-बड़ी बातें करती है, पर अभी तक वह कोई ठोस उपाय नहीं बता पाई है। समाजवादी सरकार में किसानों की फसल की बिक्री से उसकी आय बढ़ाने के लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किनारे मंडियां स्थापित करने की योजना शुरू हुई थीं।
उन्होंने कहा कि कन्नौज में आलू मंडी, मैनपुरी में अनाज, सब्जी, फल, लहसुन के लिए मंडियां स्थापित होनी थीं। इससे किसान लाभान्वित होते। इसी तरह लखनऊ के मलीहाबाद में आम मंडी प्रस्तावित थी, परंतु भाजपा सरकार ने मंडी निर्माण कार्यों को रोक दिया है। किसानों के प्रति यह भाजपा के रवैये को दर्शाता है।
अखिलेश ने कहा कि भाजपा वस्तुत: किसान और गरीब विरोधी पार्टी है। उसकी प्राथमिकता में कॉर्पोरेट घरानों का संरक्षण है। उसके बजट में भी किसान, गरीब व नौजवान उपेक्षित हुआ है। जनता भाजपा के इन कारनामों और उनके पीछे की सच्चाई को बखूबी जानने लगी है।