भोपाल। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार को संकट से निकालने के लिए अब पार्टी हाईकमान ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ को कमान सौंपी है। कर्नाटक में सरकार पर जारी संकट के बीच अचानक से एमपी के सीएम कमलनाथ शनिवार शाम बंगलुरु पहुंचे है।
सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री दिल्ली से पार्टी हाईकमान के निर्देश के बाद भोपाल से कर्नाटक गए हैं। भले ही मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस दौरे को उनका निजी दौरा बताया जा रहा है लेकिन ऐसे समय अब जब कर्नाटक में अब कुमारस्वामी सरकार को आने वाले दिनों में विश्वासमत प्राप्त करना पड़ सकता है, ऐसे में कमलनाथ बागी विधायकों से बात कर डैमेट कंट्रोल करने की कोशिश करेंगे।
सियासी मैनेजमेंट में माहिर समझे जाने वाले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के कंधों पर अब पार्टी में कर्नाटक में अपनी सरकार को बचाने की जिम्मेदारी दे दी है। वहीं अगर कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार सदन में विश्वासमत प्राप्त कर लेती है तो उसका कांग्रेस की एक बड़ी जीत के साथ ही मध्य प्रदेश में विरोधी दल भाजपा को एक संदेश भी मिल जाएगा जिसके नेता लगातार कर्नाटक के मानसून के जल्द ही मध्य प्रदेश आने के बात कह रहे हैं।
इस बीच कर्नाटक में सरकार बचाने की कोशिश में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी लगातार कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। कर्नाटक में सुप्रीम कोर्ट के 16 जुलाई तक यथास्थिति निर्णय बनाए रखने के निर्णय के बाद अब कांग्रस अपने बाकी बचे विधायकों को बचाने में जुट गई है। इस बीच कर्नाटक के नाटक में अब विधानसभा अध्यक्ष और सुप्रीम कोर्ट की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण हो गई है।