गोगा पंचमी : आज करें गोगादेव और नागदेवता का पूजन, हर कामना होगी पूरी...

राजश्री कासलीवाल
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को गोगा पंचमी का त्‍योहार मनाया जाता है। इस वर्ष यह त्योहार 31 अगस्त 2018, शुक्रवार को मनाया जा रहा है। इस दिन गोगादेव और नागदेवता की पूजा की जाती है।
 
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गोगादेव सर्पदंश से हमारे जीवन की रक्षा करते हैं। जनमानस में प्रचलित मान्यता के कारण इस दिन गोगादेव और नागदेवता की पूजा विशेष तौर पर की जाती है।
 
इस दिन पूजन के दौरान गोगादेव और नागदेवता पर दूध अर्पित करना चाहिए तथा दीवार को साफ-सुथरी करके गेरू से पोतकर दूध में कोयला मिलाकर चौकोर चौक बनाया जाता है और उसके ऊपर 5 सांप बनाते हैं। उसके बाद कच्चा दूध, पानी, रोली व चावल अर्पित किए जाते हैं तथा बाजरा, आटा, घी और शकर मिलाकर प्रसाद चढ़ाया जाता है।
 
 
इस त्योहार की यह मान्यता है कि गोगादेव बच्चों के जीवन की रक्षा करते हैं अत: माताएं अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए गोगादेव की पूजा करती हैं तथा बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। इतना ही नहीं, इस दिन अगर नि:संतान महिलाएं गोगादेव का पूजन करें तो उनकी गोद भी जल्दी ही संतान सुख से भर जाती है।

 
गोगा पंचमी के 4 दिन पश्चात ही भाद्रपद कृष्ण नवमी को गोगा नवमी का त्योहार मनाया जाता है। यह त्योहार काफी प्रसिद्ध है।
Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

झाड़ू से क्या है माता लक्ष्मी का कनेक्शन, सही तरीके से झाड़ू ना लगाने से आता है आर्थिक संकट

30 को या 31 अक्टूबर 2024 को, कब है नरक चतुर्दशी और रूप चौदस का पर्व?

बुध ग्रह का तुला राशि में उदय, 4 राशियों के लिए रहेगा बेहद शुभ समय

करवा चौथ पर राशि के अनुसार पहनें परिधान

Diwali muhurat 2024 : दिवाली पर लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त और सामग्री सहित पूजा विधि

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 23 अक्टूबर का दिन क्या लेकर आया है सभी के लिए, पढ़ें अपना दैनिक राशिफल

नरक चतुर्दशी पर यम का दीपक दिलाता है अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति, जानिए नरक चतुर्दशी का महत्व

23 अक्टूबर 2024 : आपका जन्मदिन

23 अक्टूबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त

Diwali 2024 : इस दिवाली तेल नहीं पानी के दीयों से करें घर को रोशन

अगला लेख
More