वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 11 सितंबर को भारतीय अमेरिकी वकील मनीषा सिंह को विदेश विभाग की एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक पद पर नियुक्त किया। वे अब अमेरिकी राजनय की एक महत्वपूर्ण पोजीशन में आ गई हैं।
फ्लोरिडा की रहने वाली सिंह अलास्का के सीनेटर डैन सुलीवन की प्रमुख सलाहकार और वरिष्ठ नीतिगत सलाहकार नहीं हैं। अगर उन्हें सीनेट की स्वीकृति मिल जाती है तो वे विदेश विभाग में आर्थिक मामलों के सहायक मंत्री चार्ल्स रिवकिन का स्थान लेंगी।
यह पद एक लम्बे समय से खाली रहा है क्योंकि रिवकिन ने ट्रम्प के शपथ ग्रहण समारोह के बाद ही इस्तीफा दे दिया था। 45 वर्षीया सिंह ब्यूरो ऑफ इकॉनॉमिक, इनर्जी और बिजनेस अफेयर्स की राज्य में उप सहायक मंत्री भी रही हैं। वे सीनेट की फोरेन रिलेशंस कमेटी की सहायक भी रही हैं।
अमेरिकी यूनिवर्सिटी, वाशिंगटन से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय लीगल स्टडीज में एल.एल.एम. की डिग्री रखती हैं। वे यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा और यूनिवर्सिटी ऑफ मियामी से अध्ययन कर चुकी है। वे मात्र 19 वर्ष की उम्र में वकील बन गई थीं। उन्होंने नीदरलैंड्स के लीडन लॉ स्कूल यूनिवर्सिटी से भी शिक्षा हासिल की है। उनके पास फ्लोरिडा, पेंसिलवैनिया और डीसी में कानूनी प्रैक्टिस करने की पात्रता है।