नरेन्द्र मोदी ने 2014 के चुनावों में भाजपा को प्रचंड जीत दिलाई। भाजपा ने मोदी को चेहरा बनाकर लोकसभा का चुनाव लड़ा था। प्रचार के दौरान मोदी ने धुंआधार सभाएं कीं। उनके प्रचार की आक्रामक शैली ने कांग्रेस को बैकफुट पर ला दिया। बच्चों से लेकर बुर्जुग तक की जुबां पर एक ही नाम था- 'मोदी'। सभाओं में उमड़े जनसैलाब ने बता दिया कि मोदी के व्यक्तित्व में कितना आकर्षण है। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का जादू आज भी बरकरार है। अब मोदी का यह जादू दुनियाभर में सर चढ़कर बोल रहा है। आइए जानते हैं नरेन्द्र मोदी के इन खास गुणों को-
1. असाधारण भाषण कला : मोदी की सबसे बड़ी और असाधारण बात उनकी भाषण कला है और वे अपनी इस कला से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध करना जानते हैं। विकास और अन्य मुद्दों पर वे जितनी स्पष्टता और प्रभावी तरीके से अपनी बात रखते हैं कि बिना किसी तैयारी के उनका आशु भाषण भी लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रखता है। देश के अन्य नेताओं की तरह से लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ते हैं। उनकी विशेषता है कि वे अपनी वाक शैली से किसी भी प्रकार के श्रोता वर्ग से अपना संबंध बना लेते हैं।
2. करिश्मा : प्रधानमंत्री मोदी की एक और बड़ी खूबी है कि वे किसी विश्वस्तरीय नेता जैसा करिश्मा रखते हैं। उनका व्यक्तित्व मजबूत है और देश के ज्यादातर लोगों ने ऐसे ही प्रधानमंत्री देखे हैं जो कि लोगों के सामने से अदृष्य रहते रहे हैं। देश के 35 वर्ष से कम आयु के युवाओं की नजर में वे ऐसे मजबूत नेता हैं जिनके नेतृत्व में देश विकास के मार्ग पर आगे बढ़ सकता है।
3. त्वरित निर्णय क्षमता : मोदी की एक खूबी यह भी है कि वे तुरंत ही निर्णय लेने के लिए जाने जाते हैं। यह क्षमता भारत के नेताओं में बहुत कम पायी जाती है और इस कारण से उन नेताओं से अलग हैं जोकि किन्हीं मजबूरियों के चलते फैसले नहीं लेते या लेने में बहुत अधिक समय लगा देते हैं। वे निर्णय लेने के बारे में नो नन सेंस अप्रोच रखते हैं और इस निर्णयों पर तुरंत क्रियान्वयन भी सुनिश्चित करना जानते हैं।
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4. स्पष्ट दूरदृष्टि : मोदी का एक सकारात्मक गुण यह है कि उनकी दूरदृष्टि या विजन बिल्कुल स्पष्ट होता है। उनकी इसी दूरदर्शिता और स्वप्न का नतीजा है कि उन्होंने गुजरात को विकसित करने के लिए तब विदेश यात्राएं कीं जब वे एक मुख्यमंत्री ही थे। अपने चुनावी भाषणों में उन्होंने लोगों में विश्वास जगाया कि भारत का आर्थिक विकास, भ्रष्टाचार मुक्त सरकार और दुनिया में अपना प्रभाव कायम करने की क्षमता विकसित होगी।
5. मजबूत समर्थन का आधार : प्रधानमंत्री के साथ एक और खूबी यह है कि गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर राजग के प्रधानमंत्री पद के दावेदार घोषित होने तक मोदी की अपनी ही पार्टी में स्पष्ट मास अपील थी। उनकी पार्टी के अन्य नेता और कार्यकर्ता उनके समर्थन में खड़े रहे और इसी तरह के समर्थन के बल पर उन्होंने पार्टी के दिग्गज नेताओं, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज को पीछे छोडा और पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री बनने की दावेदारी हासिल की थी।
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6. अनुशासित जीवन : देश के पंद्रहवें प्रधानमंत्री ने हमेशा ही एक अनुशासित जीवन जिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में एक बालस्वयंसेवक बनने से लेकर प्रधानमंत्री बनने तक उनका जीवन अनुशासित है। यह बात बताती है कि जो दृढ़ निश्चय वे एक आठ वर्षीय बालक के तौर पर रखते थे वही दृढ़ निश्चय और अनुशासन उनमें 64 वर्षीय प्रधानमंत्री के रूप में मौजूद है।
7. एक असाधारण योजनाकार : यह उनकी ऐसी खूबी है जोकि उन्हें उन लोगों में शामिल करती है जो कि बहुत अच्छी और कुशलता से बड़ी-बड़ी योजनाओं को बनाते हैं। इसका उदाहरण उनके चुनाव प्रचार से मिलता है। मोदी ने 3.5 लाख किमी से ज्यादा की यात्राएं कीं और इस दौरान 400 रैलियों को संबोधित किया। वे ऐसे क्षेत्रों में गए जहां पर आमतौर पर लोग जाना नहीं पसंद करते। लेकिन उनकी कुशल योजनाओं के बल पर ही वे बेहतर परिणाम हासिल कर सके।
8. तकनीक के प्रति रुझान : मोदी एक टेकसेवी व्यक्ति हैं और वे खुद को तकनीक के क्षेत्र में होने वाले परिवर्तनों से अपडेट रखते हैं। अपने जीवन में वे घटनाओं के बारे में तुरंत ही ट्वीट पोस्ट करते हैं। वे इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि उनकी फेसबुक तस्वीर को बदला गया है या नहीं। उनसे हम सीख सकते हैं कि तकनीक के प्रति रुझान क्या होता है और इससे कैसे लाभ उठाया जा सकता है।
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9. फिटनेस के प्रति सतर्कता : मोदी योग के बहुत बड़े अनुगामी है और वे इसे करना कभी नहीं भूलते। भले ही वे कितने ही व्यस्त हों लेकिन उनके योगाभ्यास में कभी बाधा नहीं आती है। शायद इसी कारण से वे इस उम्र में भी इतने सक्रिय और फिट हैं। उनकी यह सतर्कता सभी को प्रेरित कर सकती है।
10. उत्साह से भरा जीवन : अपनी उम्र के 64 वर्ष होने के बावजूद नरेन्द्र मोदी अपने जीवन को प्रतिदिन उत्साह से जीते हैं। कुछ समय पहले ही उन्होंने अपनी जापान यात्रा के दौरान ड्रम बजाया था और शिक्षक दिवस पर बच्चों के सवालों का जवाब दिया था। उनके व्यक्तित्व में उत्साह की कमी कभी नजर नहीं आती है।
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11. धैर्यशीलता : अपनी विश्वसनीय और पक्की योजना से उनमें आत्मविश्वास का भाव रहता है और वे ऐसे व्यक्ति नहीं हैं जोकि अधीरता दिखाए या बेचैन हो और परिणामों को लेकर अशांत हो जाए। धैर्य बनाए रखना और हर हालत में मानसिक संतुलन बनाए रखना उनकी खूबी है। बहुत कम अवसरों पर वे नाराज होते हैं या भावनाओं में बह जाते हों। मोदी अपना धीरज कभी नहीं खोते।
12. नेतृत्व कुशलता : एक बार सार्वजनिक भाषण में मोदीजी ने वायदा किया था कि वे अपने अधीनस्थों से एक घंटा अधिक काम करेंगे। इस तरह की बात कभी कोई अकुशल नेता नहीं कहता। वे एक सक्षम नेता हैं और दूसरों का अपने उदाहरण से नेतृ्त्व करते हैं। यह बात सभी के लिए लाभदायक है।
13. विनम्रता : मोदी दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री हैं लेकिन इस बात ने उनके दिमाग पर कभी असर नहीं डाला। वे सामान्य लोगों से भी विनम्रता से पेश आते हैं और उनसे जो कुछ पूछा जाता है वे उसका जवाब देते हैं। वे इस बात का उदाहरण है कि विनम्रता से आप कितनी बड़ी सफलता पा सकते हैं।