मथुरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी सरकार की पहली सालगिरह की पूर्वसंध्या पर सोमवार को पूर्ववर्ती संप्रग सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए दावा किया कि घोटालों, रिमोट कंट्रोल की सरकार, दामादों के किस्से अब समाप्त हो चुके हैं तथा देश अब उमंग, परिवर्तन और विश्वास के साथ आगे बढ़ रहा है।
‘अच्छे दिन आने’ के मोदी सरकार के दावे की कांग्रेस द्वारा की जा रही आलोचनाओं के पलटवार में मोदी ने कहा कि जिनके बुरे दिन आए हैं, उन्हें चीखने-चिल्लाने दीजिए। उन्हें तो चीखना ही है, उनकी परेशानियां मैं समझता हूं और हम ऐसा करेंगे कि बुरा करने वालों के और बुरे दिन आएंगे। बुरा करने वालों के सारे बुरे कारनामे बंद होकर रहेंगे। और देश को हम नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने यहां भाजपा की पूर्ववर्ती जनसंघ के संस्थापकों में से एक चिंतक दीनदयाल उपाध्याय की जन्म स्थली नागला चंद्रभान में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर यह संप्रग सरकार एक वर्ष और रह गई होती और उसकी जगह नई सरकार नहीं चुनी होती, तो यह परिवर्तन नहीं आता।
उन्होंने अपने खास अंदाज में लोगों से सवाल किया कि पिछले एक साल में कहीं से घोटाले की कोई खबर आई क्या, भाई-भतीजावाद की खबर आई क्या, रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाने की खबर आई क्या, किसी नेता के दामाद या बेटे का कोई किस्सा कहानी हुई क्या? बुरे दिन गए कि नहीं? लूट का जमाना गया कि नहीं?
मोदी ने कहा कि चुनाव के बाद मैंने वादा किया था कि मैं प्रधानमंत्री नहीं, प्रधान संतरी बनूंगा। और तिजोरी पर किसी पंजे को नहीं पड़ने दूंगा। मैंने यह वादा निभाया कि नहीं, लूट का खेल बंद कराया या नहीं? (भाषा)