नवरात्रि फूड 2023: मोरधन की खस्ता कचोरी, नोट करें रेसिपी

Webdunia
Navratri Vyanjan 2023: नवरात्रि में अधिकतर लोग उपवास रख कर फलाहार ग्रहण करते हैं। आइए शारदीय नवरात्रि पर्व पर घर में बनाएं तरह-तरह के फलाहारी व्यंजन। आज यहां आपके लिए प्रस्तुत हैं मोरधन यानी समा के चावल की कचोरी बनाने की आसान विधि। जानिए कैसे तैयार करें खस्ता और टेस्टी कचोरी...
 
सामग्री : 150 ग्राम मोरधन/ समा के चावल, 3 आलू मध्यम आकार के, राजगिरे का आटा 100 ग्राम, सिंघाड़े का आटा 50 ग्राम, कालीमिर्च, लौंग, लाल मिर्च, अदरक का पेस्ट, जीरा सभी चीजें एक-एक छोटा चम्मच, नमक अंदाज से, 2-3 हरी मिर्च, हरा धनिया बारीक कटा, तेल तलने के लिए।
 
विधि : सबसे पहले रधन को साफ करके 2 घंटे के लिए भिगो दें, फिर मिक्सी में महीन पीस लें। आलू उबालकर मेश कर लें। कढ़ाई में 50 ग्राम तेल डालकर गरम करें। जीरा व हरी मिर्च डाल दें, तड़कने लगे तब मोरधन का पेस्ट डालकर धीमी आंच पर भूनें। खुशबू आने लगे तब आलू का पेस्ट व सारे मसाले डाल दें। कुछ देर और भूनें, उतारकर हरा धनिया डाल दें। ठंडा होने पर बड़े आकार की गोलियां बना लें। 
 
अब राजगिरे व सिंघाड़े के आटे में थोड़ा-सा नमक व एक छोटा चम्मच तेल डालकर पूड़ी के आटे जैसा गूंथ लें। छोटी-छोटी लोइयां बनाकर छोटी पपड़ी बेलें। हर पपड़ी में मिश्रण की गोली रखकर कचोरी का आकार दें। अब गरम तेल में धीमी आंच पर गुलाबी होने तल लें। लीजिए आपके लिए तैयार हैं समा के चावल/ मोरधन की गरमा-गरम टेस्टी खस्ता कचोरी। अब इसे हरी चटनी या दही के रायते के सर्व करें।

ALSO READ: इस नवरात्रि पर्व में ट्राय करें यह फलाहारी फूड, जानें कैसे बनाएं raw banana cutlets

ALSO READ: इस नवरात्रि में ट्राय करें राजगिरा लड्डू, कैसे बनाएं नोट करें रेसिपी

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Guru Nanak Jayanti 2024: कब है गुरु नानक जयंती? जानें कैसे मनाएं प्रकाश पर्व

Dev diwali 2024: कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली रहती है या कि देव उठनी एकादशी पर?

शमी के वृक्ष की पूजा करने के हैं 7 चमत्कारी फायदे, जानकर चौंक जाएंगे

Kartik Purnima 2024: कार्तिक मास पूर्णिमा का पुराणों में क्या है महत्व, स्नान से मिलते हैं 5 फायदे

Dev Diwali 2024: देव दिवाली पर यदि कर लिए ये 10 काम तो पूरा वर्ष रहेगा शुभ

सभी देखें

धर्म संसार

14 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

14 नवंबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त

क्या सिखों के अलावा अन्य धर्म के लोग भी जा सकते हैं करतारपुर साहिब गुरुद्वारा

Indian Calendar 2025 : जानें 2025 का वार्षिक कैलेंडर

कार्तिक पूर्णिमा के दिन करें पुष्कर स्नान, जानिए महत्व

अगला लेख
More