Shardiya Navratri 2024: श्राद्ध पक्ष के बाद अश्विन माह की नवरात्रि यानी शारदीय नवरात्रि के व्रत प्रारंभ होते हैं। इसी नवरात्र में गरबा उत्सव की धूम रहती है। प्रतिवर्ष माता के आगमन का वाहन अलग अलग होता है। हर वाहन का अलग संकेत और प्रभाव माना गया है। इस बार मां दुर्गा डोली में बैठकर आ रही है। इस बार 3 अक्टूबर से 13 अक्टूबर तक नवरात्रि का पर्व चलेगा।
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 03 अक्टूबर 2024 को मध्यरात्रि 12:18 बजे से।
प्रतिपदा तिथि समाप्त- 04 अक्टूबर 2024 को मध्यरात्रि 02:58 बजे तक।
ऋषिकेश पंचांग के अनुसार:
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ- 3 अक्टूबर भोर 4 बजकर 52 मिनट से
प्रतिपदा तिथि समाप्त- 4 अक्टूबर को भोर में 3 बजकर 12 मिनट पर।
उदया तिथि के अनुसार कलश स्थापना 3 अक्टूबर को ही की जाएगी।
इस दिन हस्त नक्षत्र के साथ एन्द्र योग भी रहने वाला है।
डोली पर सवार होकर आएगी माता: सोमवार या रविवार से नवरात्रि शुरू हो तो मां का आगमन हाथी पर, मंगलवार या शनिवार के दिन मां का आगमन घोड़े पर, बुधवार के दिन मां का आगमन नाव पर और शुक्रवार या गुरुवार के दिन मां दुर्गा का आगमन डोली या पालकी पर होता है। इस साल गुरुवार के दिन घटस्थापना होने वाली है। इस हिसाब से माता दुर्गा का आगमन डोली पर होने वाला है, जिसे शुभ नहीं माना जा रहा है।
डोली पर सवार का प्रभाव: ज्योतिष मान्यता के अनुसार माता का डोली पर आगमन शुभ नहीं माना जाता है। यह इस बात का संकेत है कि चैत्र नवरात्रि तक मानव जीवन पर सेहत संबंधी कोई बड़ी मुसीबत आ सकती है। मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाएगा और प्राकृतिक आपदाएं भी बढ़ने की पूरी संभावना है। अगले वर्ष की अपेक्षा ठंड इस बार बहुत ज्यादा रहेगी। देश और दुनिया में असंतोष बढ़ने के कारण आंदोलन भी बढ़ने की संभावना है। लोगों को अपने जीवन को सुरक्षित रखने की सलाह दी जा सकती है।