अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छोटी दिवाली के कार्यक्रमों को संतों का आयोजन बताते हुए गुरुवार को कहा कि उनकी आस्था पर विपक्ष कैसे अंगुली उठा सकता है।
योगी ने हनुमानगढ़ी और सुग्रीव किला के दर्शन करने के बाद कहा कि कल यहां आयोजित कार्यक्रमों का आयोजन संतों ने किया था। वह तो अपनी व्यक्तिगत आस्था के आधार पर उसमें शामिल हुए ये थे। विपक्ष या कोई अन्य उनकी आस्था पर सवाल कैसे उठा सकता है।
उन्होंने कहा कि अयोध्या की अन्तराष्ट्रीय स्तर पर छवि और बेहतर बनानी है। पर्यटन को बढ़ावा दिया जाना है। रामजन्मभूमि आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलनी ही चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोग कल के आयोजनों पर अनावश्यक अंगुली उठा रहे हैं। आयोजन संतों का था। संतों का सम्मान होना चाहिए और धार्मिक कार्यों में आस्था रखने वाले लोगों को उसमें शामिल होना चाहिए। अनावश्यक बयानबाजी से बचना चाहिए।
योगी ने रात्रि विश्राम यहीं किया था। सुबह ही वे हनुमानगढ़ी और सु्ग्रीव किला पहुंच गए थे। इससे पहले कल दीपोत्सव का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ। राम का राज्याभिषेक हुआ और हेलीकॉप्टर को पुष्पक विमान बनाकर राम, लक्ष्मण और सीता के रूप में सजे आकर्षक बालकों को फैजाबाद हवाई पट्टी से सरयू तट पर स्थित रामकथा पार्क लाकर त्रेता युग की याद ताजा करने की कोशिश की गई। मान्यताओं के अनुसार, त्रेतायुग में भगवान राम अनुज लक्ष्मण और सीताजी के साथ श्रीलंका से पुष्पक विमान के जरिए अयोध्या आए थे। (वार्ता)