अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में त्रेता युग का अहसास दिलाने के लिए गाजे-बाजे के साथ और जय श्रीराम नारों के बीच साकेत महाविद्यालय से निकली ग्यारह झांकियों का रामकथा पार्क में राज्यपाल राम नाईक तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया।
नाईक और योगी की मौजूदगी में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान श्रीराम का रामकथा पार्क में राज्याभिषेक किया। इस शोभायात्रा में भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर राज्याभिषेक तक की ग्यारह झांकियां निकाली गईं। बड़ी खूबसूरती के साथ ग्यारह झांकियों को रथों पर सजाया गया था।
इसमें भगवान राम, लक्ष्मण, सीता सहित उनसे संबंधित विग्रहों को सजाया गया था। राम लक्ष्मण और सीताजी के रूप में सजाए गए बालकों की छटा अनूठी लग रही थी। लग रहा था कि त्रेता युग की तरह वास्तव में भगवान श्रीराम की वन से वापसी हो रही है। शोभायात्रा में सबसे आगे बैंड-बाजा और उसके पीछे संत-धर्माचार्य के साथ-साथ झांकियां चल रही थीं। शोभायात्रा प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर से होते हुए रामकथा पार्क पहुंची। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने झांकियों पर पुष्पवर्षा की।
प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। रामकथा पार्क में भगवान राम की झांकी पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल राम नाईक ने राज्याभिषेक किया, जो अयोध्या के इतिहास में पहली बार हुआ। क्योंकि लंका विजय कर अयोध्या वापस लौटे प्रभु श्रीराम की अगवानी का यह अद्भुत दृश्य संपन्न हो रहा था।
इस शोभायात्रा में रामदरबार के साथ रामायण के विविध प्रसंगों की झांकियां सजाई गई थीं। श्रीलंका से पुष्पक विमान से श्रीराम की वापसी हुई थी। उसी तरह हवाई पट्टी फैजाबाद से भगवान राम, सीता व अनुज लक्ष्मण के स्वरूपों के साथ रामकथा पार्क में हेलीकॉप्टर लाया गया। हेलीकॉप्टर को पुष्पक विमान का स्वरूप दिया गया था। हवाई पट्टी पर ही श्रीराम अपने छोटे भाई भरत से मिले। हवाई पट्टी को नंदीग्राम (भरतकुंड) माना गया। मान्यताओं के अनुसार अयोध्या के दक्षिणी छोर पर स्थित भरतकुंड पर ही राम भरत मिलाप हुआ था। भगवान राम का राजतिलक महंतों के साथ मुख्यमंत्री ने भी किया।