लखनऊ। अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार सरयू तट पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की 108 फुट ऊंची भव्य प्रतिमा लगवाएगी। राज्य सरकार का मानना है कि इससे अयोध्या को पर्यटन की दृष्टि से विश्व मानचित्र पर स्थापित करने में मदद मिलेगी। भगवान राम की यह प्रतिमा धनुष बाण लिए आकृति वाली होगी।
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि राष्ट्रीय हरित आधिकरण (एनजीटी) से अनुमति मिलते ही प्रतिमा का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। एक सवाल के जवाब में अवस्थी ने कहा कि प्रतिमा पर खर्च का ब्योरा अभी तय नहीं है, लेकिन प्रतिमा की भव्यता में धन की कमी आड़े नहीं आएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या का हरसंभव विकास करेगी। इस धार्मिक नगरी के इतिहास को संजोए रखने वाली धरोहरों को विकसित किया जाएगा। इसी उद्देश्य से छोटी दीपावली को सरयू नदी के राम की पैड़ी में एक लाख 71 हजार दीपक जलाकर त्रेतायुग में भगवान राम की वन से वापसी का अहसास कराया जाएगा। इसके साथ ही सरयू नदी की आरती की जाएगी।
उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को इंडोनेशिया और थाईलैंड के कलाकार रामलीला का मंचन करेंगे। इसके साथ ही अयोध्या के हेरिटेज वॉक, भगवान श्रीराम के अयोध्या आगमन को दर्शाते हुए भव्य शोभायात्रा रामकथा पार्क में यात्रा का पूजन-वंदन, श्रीराम के प्रतीकात्मक राज्याभिषेक जैसे आयोजन कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे।
अवस्थी ने बताया कि अयोध्या को विश्व पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए रामकथा गैलरी, सरयूतट का विकास, कोरिया की रानी 'हो' का स्मारक, भगवान श्रीराम के जलसमाधि स्थल गुप्तारघाट का सुधार, राम मंदिर आंदोलन के शलाका पुरुष रहे दिवंगत परमहंस रामचन्द्र दास के दिगंबर अखाड़ा परिसर में बहुउद्देशीय प्रेक्षागृह का निर्माण, राम की पैड़ी, पर्यटकों के ठहरने के स्थल, सीसीटीवी कैमरा, पुलिस बूथ, आवागमन के साधन समेत शौचालय और जलनिकासी जैसी नागरिक सुविधाओं का विस्तार या निर्माण किया जाएगा। अयोध्या को विकसित करने की योजनाओं को 'नव्य अयोध्या' नाम दिया गया है।
उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को दीपोत्सव कार्यक्रम में राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय पर्यटन राज्यमंत्री एल्फांस कन्ननथानम, केन्द्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा, प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी समेत स्थानीय सांसद, विधायक, श्रद्धालु एवं पर्यटक मौजूद रहेंगे।
राज्यपाल और मुख्यमंत्री उसी दिन अयोध्या के विकास संबंधी योजनाओं का शिलान्यास, प्रधानमंत्री आवास योजना, नए बिजली कनेक्शन तथा अन्य योजनाओं के लाभार्थियों को स्वीकृति पत्र वितरित करेंगे। सरयू नदी के नए घाट पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री आरती करेंगे। नदी तट पर ही लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। अवस्थी ने बताया कि अयोध्या के समेकित पर्यटन विकास के लिए 195 करोड़ 89 लाख रुपए की परियोजना केन्द्र सरकार को भेजी गई थी। केन्द्र ने 133 करोड़ 70 लाख रुपए अवमुक्त कर दिए हैं। (वार्ता)