नई दिल्ली। यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार करने के बाद दिल्ली सरकार ने शुक्रवार को एक अलर्ट जारी किया है। एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली सरकार के सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग ने निचले इलाकों में रह रहे 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए तैयारियां की हैं।
पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने एक बयान जारी कर कहा है कि दिल्ली ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 27 जुलाई को शाम 7 बजे 204.10 मीटर पहुंच गया। जलस्तर में वृद्धि हो रही है। बयान में कहा गया है कि सभी एक्जीक्यूटिव इंजीनियरों/सेक्टर ऑफिसरों को नियंत्रण कक्ष से करीबी संपर्क रखने का निर्देश दिया गया है। त्वरित प्रतिक्रिया टीम के तहत हमारे लोग तैनात हैं और शुक्रवार को सेवा में वाहन तथा 3 नौकाओं को लगाया गया।
उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्र में बारिश और भूस्खलन जारी : उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में पिछले 3 दिनों से लगातार बारिश जारी है और बद्रीनाथ तथा केदारनाथ हाईवे पर जगह-जगह भूस्खलन का दौर जारी है। शुक्रवार सुबह खांखरा-कमोल्डी मोटर मार्ग के शिवपुरी में भारी मात्रा में मलबा आने और पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हो गया। मोटर मार्ग पर ग्रामीण जनता कई घंटे देर तक फंसी रही जिसके बाद लोनिवि के जेसीबी ने मार्ग को खोलने लायक बनाया, वहीं जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल का कहना है कि लिंक एवं पैदल मार्गों के बंद होने पर शीघ्र खुलवाने की कार्रवाई की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यहां बारिश और भूस्खलन से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले मोटर मार्ग भी परेशानी खड़ी कर रहे हैं जिस कारण कई गांवों का संपर्क कट गया है। गांवों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति भी ठप पड़ गई है, ग्रामीण जनता को रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के लिए मीलों पैदल चलना पड़ रहा है। जनपद में ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने वाले लगभग 8 मोटर मार्ग बंद हो गए हैं। इन मोटर मार्गों के बंद होने से ग्रामीण जनता का संपर्क सभी जगह से कट चुका है। (भाषा)