Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

जरूरत पड़ी तो हम LoC पार कर सकते हैं : राजनाथ

हमें फॉलो करें Rajnath Singh
नई दिल्ली , बुधवार, 26 जुलाई 2023 (14:00 IST)
Defense Minister Rajnath Singh News: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर कहा कि कारगिल युद्ध के समय हमने LoC को पार नहीं किया था, इसका यह मतलब नहीं कि हम एलओसी को पार नहीं कर सकते थे। जरूरत पड़ी तो हम एलओसी कभी भी पार कर सकते हैं। 
 
राजनाथ ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कहा कि मैं कारगिल युद्ध में शहीद हुए सभी वीर सैनिकों के परिवारों और शुभचिंतकों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हम उनके बलिदान को, उनकी याद को कभी धुंधला नहीं पड़ने देंगे। National War Memorial हमारी इस commitment का प्रतीक है। 
 
उन्होंने कहा कि हम यह जानते हैं कि जब तक आप (भारतीय सेना) सीमाओं पर हमारी रक्षा कर रहे हैं, भारत की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत भी किसी के अंदर नहीं हो सकती है। सिर्फ कारगिल ही नहीं, बल्कि आजादी से लेकर आज तक कई बार, समय-समय पर आप लोगों के शौर्य ने देश का मस्तक ऊंचा किया है।
 
हम तब भी पार कर सकते थे एलओसी : किस्तान पर निशाना साधते हुए राजनाथ ने कहा कि उस समय (कारगिल युद्ध) अगर हमने LoC को पार नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं कि हम LoC पार नहीं कर सकते थे। हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे। मैं इसे फिर से दोहराना चाहूंगा कि हम LoC पार कर सकते थे, हम LoC पार कर सकते हैं और जरूरत पड़ी तो भविष्य में LoC पार करेंगे, इसका मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं। 
 
हालांकि मणिपुर हिंसा को लेकर राजनाथ सिंह कुछ लोगों ने ट्रोल भी किया। गोपाल इटालिया ने लिखा- क्या आप मणिपुर पार कर सकते हैं? मणिपुर जा सकते हैं? प्रशांत साहू ने लिखा- माननीय रक्षा मंत्री जी उस पर जाने की आवश्यकता नहीं है फिलहाल तो देश के अंदर के खतरों को भांप कर ही कार्यवाही करें। धन्यवाद।
 
नुमान खान ने लिखा- सर जिस दिन LoC पार करना पड़े उस दिन पूरा भारत तैयार रहेगा। मगर मणिपुर की हिंसा कैसे रोकें ये सोचना पड़ेगा। मोहम्मद नूर हसन अंसारी ने लिखा- ‍सिर्फ चुनाव के समय ही ये डायलॉग याद आता है। मणिपुर पर भी कुछ बोल दीजिए। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

No Confidence Motion: क्या होता है अविश्वास प्रस्ताव, किन स्थितियों में लाया जाता है?