UP BOARD: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (उप्र बोर्ड) में बडा बदलाव किया जा रहा है। यहां के छात्र अब सावरकर-शिवाजी समेत करीब 50 महापुरुषों की जीवनी का अध्ययन करेंगे। इसके साथ ही यूपी पाठ्यक्रम में AI और क्रिप्टो भी शामिल किया गया है।
बता दें कि यूपी बोर्ड में कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक की कक्षा के नैतिक, योग, खेल एवं शारीरिक शिक्षा पाठ्यक्रम में विनायक दामोदर सावरकर, छत्रपति शिवाजी, बिरसा मुंडा सहित 50 महापुरुषों की जीवनगाथा शामिल की है। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने न्यूज एजेंसी को बताया कि कक्षा-9 से 12वीं कक्षा की नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में 50 महापुरुषों की जीवनगाथा जोड़ी गई है। इसके अलावा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र से कई चीजें कंप्यूटर के पाठ्यक्रम में शामिल की गई हैं।
अध्ययन सत्र 2023-24 से विद्यार्थी नैतिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में इन महापुरुषों के बारे में पढ़ेंगे। 10वीं कक्षा के नैतिक शिक्षा पाठ्यक्रम में पंडित जवाहरलाल नेहरू, स्वामी दयानंद, स्वामी विवेकानंद, पंडित श्रीराम शर्मा सहित आठ महापुरुषों की जीवनगाथा है। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रम में नई चीजें शामिल करने का एक ही उद्देश्य है और वह है बच्चों का सर्वांगीण विकास। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उप्र बोर्ड के विषय विशेषज्ञों द्वारा इन महापुरुषों के नाम की सूची शासन को भेजी गई थी।
पाठ्यक्रम में योग-मुद्राएं भी : उप्र बोर्ड के 27000 से ज्यादा राजकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों में कक्षा 9 से 12 तक के एक करोड़ से ज्यादा विद्यार्थी इन महापुरुषों की जीवन गाथा पढ़ेंगे। बच्चों के विकास के लिए नौवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में सूर्य नमस्कार, आसन और स्वास्थ्य, मुद्रा, प्राणायाम एवं स्वास्थ्य, योग निद्रा और त्राटक को शामिल किया है। साथ ही इसमें अष्टांग योग के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। उप्र बोर्ड ने नैतिक, योग तथा खेल एवं शारीरिक शिक्षा पाठ्यक्रम के तहत 50 अंक की लिखित परीक्षा रखी है और 50 अंक की प्रयोगात्मक परीक्षा रखी है।
एआई और क्रिप्टो भी : बोर्ड ने 11वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में कंप्यूटर विषय के तहत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉक चेन टेक्नोलाजी, डिजिटल क्रिप्टो करेंसी एआर-वीआर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, थ्रीडी प्रिंटिंग और क्लाउड कंप्यूटिंग आदि का समावेश किया है ताकि विद्यार्थी उभरती प्रौद्योगिकियों से रूबरू हो सकें।
Edited by navin rangiyal