नई दिल्ली। देश के अनेक हिस्सों में पिछले कुछ समय से बेमौसम बरसात का सिलसिला जारी है। कई जगह आंधी और ओलों का कहर लगातार जारी है। मंगलवार को भी उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तरप्रदेश में कई जगहों पर बिजली कड़कने, ओले गिरने और आंधी के साथ बारिश होने की उम्मीद है। बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। दिल्ली में 3 साल का रिकॉर्ड टूट गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार नॉर्थ ईस्ट के राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार 23 मार्च तक पश्चिम बंगाल, सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
आईएमडी का कहना है कि 22 मार्च से बारिश में कमी आएगी। इसके बाद 23 मार्च से बारिश का एक नया दौर शुरू होने की संभावना है। पिछले 24 घंटे में हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पंजाब, उत्तरप्रदेश, पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में काफी बारिश हुई।
दिल्ली में टूटा 3 साल का रिकॉर्ड : आईएमडी के अनुसार दिल्ली में सोमवार को सिर्फ 3 घंटे में 6.6 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो पिछले 3 साल में मार्च के महीने में 24 घंटे की अवधि के दौरान हुई सबसे ज्यादा वर्षा है। राष्ट्रीय राजधानी के मुख्य मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में 6.6 मिमी बारिश दर्ज की गई है। मौसम कार्यालय ने कहा कि बिजली चमकने और बारिश के साथ 32 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाकों में भारी बारिश की वजह से सड़कों पर जलजमाव हो गया और यातायात बाधित हुआ।
अगले 24 घंटों की मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरप्रदेश, बिहार, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ भारी बौछारें संभव हैं। हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी हिमालय और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें संभव हैं।
पूर्वी राजस्थान, उत्तर और पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, तटीय आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु में हल्की बारिश हो सकती है। दिल्ली और एनसीआर में गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। उत्तरप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल और उत्तर-पूर्व भारत के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि संभव है।
Edited by: Ravindra Gupta