नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कहा कि मान्यता प्राप्त संस्थानों से दूरस्थ और ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों की डिग्री को पारपंरिक शिक्षा डिग्री के समान माना जाएगा।
यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने कहा कि डिग्री विशिष्टता, 2014 पर यूजीसी की अधिसूचना के अनुरूप उच्च शिक्षण संस्थानों द्वारा मुक्त तथा दूरस्थ या ऑनलाइन माध्यम से स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर पर दी जाने वाली डिग्री और डिप्लोमा को पारंपरिक शिक्षा माध्यम की डिग्री तथा डिप्लोमा के बराबर माना जाएगा।
यह फैसला यूजीसी (मुक्त एवं दूरस्थ शिक्षा कार्यक्रम और ऑनलाइन कार्यक्रम) नियमन के नियम 22 के अनुसार लिया गया है।