उदयपुर। यहां के 76 हजार दानदाताओं ने रविवार को तीन लाख से ज्यादा वस्त्रों का दान कर नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया। यह रिकॉर्ड पहले दुबई के नाम था, जहां 2016 में स्थानीय लोगों ने 295122 कपड़ों का दान किया था। अभियान की शुरुआत लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ द्वारा 15 जनवरी 2018 को की गई थी और यह दुनियाभर के 1700 वॉलेंटियर्स की मदद से तीन माह तक चला।
अभियान का समापन रविवार सुबह शिखरबाड़ी होटल, उदयपुर में कपड़ों की गिनती के साथ हुआ। इस अभियान के अंतर्गत 12 से भी अधिक देशों से लोगों ने दान में सहयोग किया। इनमें ऑस्ट्रेलिया, यूएसए, ओमान, श्रीलंका तथा यूएई जैसे देश शामिल थे।
मेवाड़ शाही परिवार के लक्ष्यराज सिंह ने इस उपलब्धि के बारे में बताया कि रोटी, कपड़ा और मकान को मनुष्य की तीन सबसे अधिक आवश्यक जरूरतों में माना जाता है। दान देने संबंधी मुहिम जिनमें शासकीय योजनाएं भी शामिल हैं। ज्यादातर भोजन और मकान की उपलब्धता पर केंद्रित होती हैं लेकिन हम भूल जाते हैं कि कपड़े भी कितने महत्वपूर्ण हैं। इस संदर्भ में इस रिकॉर्ड को तोड़ना हमारे लिए केवल एक शुरुआत है, इसका अगला कदम भारतभर के जरूरतमंद तबकों में लाखों लोगों को यह कपड़े बांटना है।
तीन माह तक दुनिया भर में चले इस अभियान को 1700 वॉलेंटियर्स की मदद से चलाया गया। अभियान के लिए दुनिया भर में 80 ड्रॉप पॉइंट्स बनाए गए थे। इस आयोजन के बारे में विस्तार से चर्चा करते हुए लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने कहा कि 'हम सौभाग्यशाली हैं कि दुनियाभर से लोगों ने इस नेक कार्य को लेकर हमें बहुत जबरदस्त प्रतिक्रिया दी है। लक्ष्यराज सिंह ने कहा इस अभियान को सफल बनाने में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने और उनके दोस्तों ने सोशल मीडिया के माध्यम से ही अभियान को आगे बढ़ाया।
कपड़ों की गिनती में भी लोगों ने भरपूर सहयोगी दिया। हमें यह भी उम्मीद है कि हम उदयपुर के नाम को केवल झीलों के शहर के रूप में ही नहीं बल्कि बड़े दिल वालों का शहर के तौर पर विश्व भर में स्थापित करने में रहेंगे। लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ द्वारा इस अभियान में योगदान करने की अपील को दुनियाभर के नागरिकों से शानदार प्रतिसाद प्राप्त हुआ है।
योगदान देने वाले लोगों में प्रमुख तौर पर गुजरात से श्री खोड़ल धाम ट्रस्ट, मशहूर कम्पोज़र-गायक म्यूजिक डायरेक्टर जोड़ी सलीम-सुलेमान, ख्यात क्रिकेटर इरफ़ान तथा युसूफ पठान एवं गैर सरकारी संगठन गूँज तथा क्लॉथ्स बॉक्स फाउंडेशन जैसे नाम शामिल हैं। तीन 3 माह तक चले इस अभियान में दानदाताओं के रूप में देशभर के 120 से भी अधिक स्कूलों तथा 10 कॉलेजों के विद्यार्थी भी शामिल हुए। अभियान के साथ साथ कार्यरत सोशल मीडिया की पहुंच ने 6 लाख से अधिक ऑनलाइन सपोर्टर्स को भी इस अच्छे काम से जोड़ा।