लोकसभा सीटों के बंटवारे पर INDIA में तनातनी, कांग्रेस और ममता में भी अनबन
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ममता बनर्जी से फोन पर की बात
- सभी दल जल्द चाहते हैं सीटों का बंटवारा
-
बंगाल में कांग्रेस को 2 सीटें देना चाहती है ममता
-
अधीर रंजन की टिप्पणी से भी टीएमसी नाराज
India Alliance seat sharing News: लोकसभा चुनाव 2024 को 4 महीने से भी कम का समय शेष रह गया है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती देने के लिए बनाए गए गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) अभी आपसी मतभेदों में ही उलझा हुआ है। सीटों के बंटवारे को लेकर इंडिया के दलों में सहमति ही नहीं बन पा रही है। इस बीच, पश्चिम बंगाल के टिकटों को लेकर कांग्रेस और ममता बनर्जी के बीच अनबन सामने आई है।
दरअसल, ममता बनर्जी कांग्रेस को बंगाल में 2 ही सीटें देना चाहती हैं, जो कि कांग्रेस को मंजूर नहीं है। ममता कांग्रेस को 2 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है। इसलिए दोनों पार्टियों के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी फोन पर ममता से बात की है।
नीतीश भी जल्द चाहते हैं सीट बंटवारे : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चाहते थे कि विपक्षी गठबंधन के घटक दलों में सीट बंटवारा जल्द हो जाए ताकि लोकसभा चुनाव के लिए अभियान 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन से शुरू किया जा सके, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय कुमार झा, जिन्होंने नीतीश के साथ गठबंधन की बैठकों में भाग लिया था, ने अफसोस जताया कि कीमती समय बर्बाद किया गया। लेकिन उन्होंने उम्मीद जताई कि इस महीने के अंत तक सीट-बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
झा ने कहा कि सीट-बंटवारे में बहुत देरी हुई है, इसमें कोई संदेह नहीं है। नीतीश कुमार ने पिछले साल हुई बैठकों में से एक में सुझाव दिया था कि घटक दल अक्टूबर से पहले प्रक्रिया पूरी कर लें। उन्होंने प्रस्ताव दिया था कि बहुदलीय गठबंधन दिल्ली स्थित महात्मा गांधी के स्मारक राजघाट से दो अक्टूबर को अभियान शुरू करे।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं हो पाने का एक कारण यह था कि कांग्रेस 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव में व्यस्त हो गई थी। झा ने कहा कि हमें उम्मीद है कि कम से कम अब सहयोगी दल जनवरी के अंत तक सीट-बंटवारे को पूरा करने के उनके सुझाव पर ध्यान देंगे। इंडिया देश में अगली सरकार बनाने का लक्ष्य रख सकता है, बशर्ते हम तेजी से काम करें।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में सीट साझेदारी पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणियों से छिड़ी जुबानी जंग के बीच, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सूत्रों ने कहा कि वे मुद्दों का हल करने के लिए सहयोगी दल कांग्रेस को और समय देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि टीएमसी विपक्षी गठबंधन के प्रति प्रतिबद्ध है। टीएमसी ने 19 दिसंबर को हुई विपक्षी गठबंधन इंडिया की बैठक में सीट साझेदारी के लिए 31 दिसंबर की समय सीमा के वास्ते जोर दिया था।
यह समय सीमा पार हो गई है, ऐसे में कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि सीट साझेदारी के लिए बातचीत अब किसी भी समय शुरू हो सकती है। टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारा दिल बड़ा है, हम इंडिया गठबंधन के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसा लगता है कि वे इसका हल करने के लिए कुछ और दिन चाहते हैं। सीट साझेदारी के लिए किसी फार्मूले को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है और राज्य के नेता इस पर चर्चा करेंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाये जाने से जुड़ी अटकलों के बारे में पूछे जाने पर टीएमसी के एक सूत्र ने कहा कि पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया था क्योंकि इससे विपक्षी गठबंधन को कम से कम 58 सीट पर फायदा हो सकता है, जहां दलित समुदाय की अच्छी-खासी संख्या है। (वेबदुनिया/एजेंसी)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala