भारत जोड़ो न्याय यात्रा से लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के विकल्प बन पाएंगे राहुल गांधी?
कांग्रेस की सियासी नैया पार लगा पाएगी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा?
लोकसभा चुनाव से पहले भारत जोड़ो न्याय यात्रा
राहुल गांधी करेंगे भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगुवाई
लोकसभा चुनाव पर कितना असर डालेगी भारत जोड़ो न्याय यात्रा
लोकसभा चुनाव में ठीक पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरु करने जा रहे है। राहुल गांधी 14 जनवरी से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरु कर रहे है जो 67 दिन में देश के 110 जिलों में 100 लोकसभा सीटों और 337 सीटों को कवर करते हुए 6700 किमी का सफर तय करते हुए 20 मार्च को महाराष्ट्र में समाप्त होगी। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के कई सियासी मायने है। वहीं एक साल के अंदर राहुल गांधी की दूसरी यात्रा को लेकर कई तरह के सवाल भी है।
कांग्रेस को मिल सकेगी संजीवनी?- हाल के दिनों में हुए विधानसभा चुनाव में राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सत्ता गंवाने के साथ मध्यप्रदेश में करारी हार का सामना करने वाली कांग्रेस पार्टी को क्या राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा लोकसभा चुनाव से पहले संजीवनी दे पाएगी, यह बड़ा सवाल है। पिछले साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का कांग्रेस को कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में सीधा लाभ मिला था और पार्टी ने सत्ता में वापसी की थी,ऐसे में इस बार लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हो रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा को कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में फायदा मिलेगा यह बड़ा सवाल है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश कहते है कि पिछले साल की 'भारत जोड़ो यात्रा' से उत्पन्न प्रभाव को फिर से बनाने के लिए भारत न्याय यात्रा के नाम से "जोड़ो" शब्द जोड़ने का फैसला किया है।
राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान 100 लोकसभा सीटों को कवर करेंगे। इसमें सबसे अधिक फोकस उत्तर प्रदेश पर है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा सबसे ज्यादा दिनों तक उत्तर प्रदेश में रहेगी। भारत जोड़ो न्याय यात्रा उत्तरप्रदेश में 11 दिन तक रहेगी। इस दौरान 20 जिलों में करीब 1074 किमी का सफर तय किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो न्याय यात्रा चंदौली, वाराणसी, भदोही, इलाहाबाद, प्रतापगढ़, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, मेरठ, अलीगढ़, मथुरा, आगरा, कासगंज से होकर गुजरेगी।
2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस एक मात्र सीट रायबरेली जीत सकी थी और खुद राहुल गांधी को अमेठी से हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में सवाल यहीं है कि क्या देश के इस बड़े राज्य भारत जोड़ो न्याय यात्रा लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर कर पाएगी।
उत्तर प्रदेश की सियासत को पांच दशक से करीब से देखने वाली वरिष्ठ पत्रकार रामदत्त त्रिपाठी कहते हैं कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का मकसद लोकसभा चुनाव लिए माहौल बनाना है,ऐसे में जब यात्रा उत्तरप्रदेश पहुंचेगी तो लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार जोरों पर होगा। ऐसे में लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश सबसे महत्वपूर्ण है और अगर I.N.D.I.A गठबंधन उत्तप्रदेश में भाजपा की सीटें कम कर देता है तो इससे भाजपा को काफी नुकसान होगा।
मोदी के विकल्प बन सकेंगे राहुल गांधी?- 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस सहित पूरा विपक्ष I.N.D.I.A गठबंधन के नेतृत्व में लड़ने की तैयारी में है। ऐसे में जब अब तक विपक्षी गठबंधन लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को चुनौती देने के लिए अपनी ओर से कोई चेहरा नहीं चुन सका है,तब सवाल यहीं है कि क्या भारत जोड़ो न्याय यात्रा राहुल गांधी को पीएम मोदी के सामने विपक्ष के नेता के तौर पर स्थापित कर पाएगी। सवाल यह भी है कि क्या यात्रा के जरिए राहुल गांधी जनता के सामने मोदी के विकल्प के तौर पर स्थापित हो पाएंगे।
14 जनवरी को इंफाल से शुरु हो रही राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में कांग्रेस ने विपक्षी दलों के सभी नेताओं और मुख्यमंत्रियों को आंमत्रित किया है। कांग्रेस पार्टी के मुताबिक विपक्षी गठबंधन के सभी मुख्यमंत्री यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए इंफाल में मौजूद रहेंगे। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि हम भारतीय गठबंधन के सभी दलों के नेताओं,उनके समर्थकों,आम जनता और गैर सरकारी संगठनों को यात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं।
राजनीतिक विश्लेषक रामदत्त त्रिपाठी कहते है कि अभी पीएम पद का उम्मीदवार महत्वपूर्ण नहीं है। कांग्रेस भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए राहुल गांधी को एक वैकल्पिक नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश में है और अगर राहुल गांधी के वैकल्पिक नेता के रूप में उभर कर आते है तो अपने आप में वह विपक्ष के नेता के तौर पर स्थापित हो जाएंगे।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस को मिलेगा फायदा?- राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्यप्रदेश में सात लोकसभा सीटों को कवर करेगी। वर्तमान में इन सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है, ऐसे में सवाल यहीं है कि क्या भारत जोड़ो न्याय यात्रा से कांग्रेस को इन सीटों पर कोई फायदा मिल पाएगा।
मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले कहते है कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्यप्रदेश में 7 दिनों में 9 जिलो को कवर करते हुए 698 किमी का सफर तय करेगी। पिछले साल राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा सबसे सफल मध्यप्रदेश में रही थी और भारत जोड़ो न्याय यात्रा को भी मध्यप्रदेश में इसी तरह की सफलता मिलने वाली है और भारत जोड़ो न्याय यात्रा लोकसभा चुनाव में बड़ा असर डालेगी।