नई दिल्ली। तेज हवाओं के साथ बारिश ने पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश और दिल्ली में तबाही मचा दी। हादसे में कम से कम 68 लोगों की मौत हो गई। दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर आई प्रचंड आंधी के चलते बड़ी संख्या में पेड़ गिर गए जिससे सड़क, रेल एवं वायु सेवाएं प्रभावित हुईं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन तक देश के कई हिस्सों में इसी तरह के तूफान का सामना करना पड़ सकता है।
उत्तर प्रदेश में आंधी के कारण 45 लोगों की मौत हो गई जबकि पश्चिम बंगाल में आंधी के कारण चार बच्चों समेत कम से कम 12 लोग मारे गए। आंध्र प्रदेश में नौ और दिल्ली में दो लोगों के मरने की खबर है।
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, असम, मेघालय, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में छिटपुट स्थानों पर रविवार को गरज के साथ छींटे पड़े।
दिल्ली में 109 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली आंधी : दिल्ली एवं आस पास के इलाकों में 109 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के चलते दो लोगों की मौत हो गए और 19 लोग घायल हो गए। इसके चलते विमान, रेल और मेट्रो के परिचालन पर असर पड़ा।
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विमानों का परिचालन करीब ढाई घंटे तक प्रभावित रहा। तकरीबन 70 उड़ानों का अन्य स्थानों के लिए मार्ग परिवर्तित किया गया। काठमांडो, रियाद, कोलंबो, जेद्दा, काबुल के लिए उड़ानों में देरी हुई जबकि टोक्यो, नेवार्क और कोलंबो से आने वाले विमानों का मार्ग परिवर्तित किया गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'देश के कुछ हिस्सों में आंधी के चलते लोगों की मौत की सूचना से दुखी हूं। शोक संतप्त परिजन को मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।'
आंधी के चलते लोगों की मौत पर दुख प्रकट करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर पार्टी कार्यकर्ताओं से मृतकों के शोक संतप्त परिजन को हर संभव मदद करने के लिए कहा।