नई दिल्ली। भारत के विमानन नियामक नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को घोषणा की कि वह स्पाइसजेट के मुंबई- दुर्गापुर के बीच उड़ान भरने वाले विमान के उतरते समय रविवार को गंभीर वायुमंडलीय विक्षोभ के संपर्क में आने के कारण 17 यात्रियों के घायल होने की घटना के बाद विमानन कंपनी के पूरे बेड़े का निरीक्षण कर रहा है।
डीजीसीए के अनुसार मुंबई से दुर्गापुर के लिए रविवार को उड़ान भरने वाला विमान उतरने के दौरान वायुमंडलीय विक्षोभ के संपर्क में आ गया था और 14 यात्री तथा तीन विमानकर्मी घायल हो गए थे।
इसमें कहा गया है कि दो यात्री इस समय आईसीयू में हैं जिनमें से एक के सिर में चोट लगी है और दूसरे को रीढ़ की हड्डी में चोट आई है। डीजीसीए ने बताया कि जांच लंबित रहने तक विमान के चालक दल, विमान रखरखाव इंजीनियर (एएमई) और स्पाइसजेट रखरखाव नियंत्रण केंद्र के प्रभावी को रोस्टर से हटा लिया है।
डीजीसीए ने कहा कि रविवार को जिस विमान के साथ घटना घटी थी, उसे कोलकाता में खड़ा किया गया है। स्पाइसजेट के बाकी विमान परिचालन में हैं।
स्पाइसजेट की वेबसाइट के अनुसार इसके बेड़े में 91 विमान हैं। डीजीसीए ने कहा कि डीजीसीए ने संबंधित विमान चालक दल, एएमई और स्पाइसजेट के रखरखाव नियंत्रण केंद्र के प्रभारी को जांच लंबित रहने तक रोस्टर से हटा लिया है। उसने कहा कि संबंधित विमान कोलकाता में खड़ा है। नियामक उपाय के तहत डीजीसीए स्पाइसजेट के पूरे बेड़े का निरीक्षण कर रहा है।