मुंबई। शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन ना करने और अगले साल होने वाले लोकसभा तथा आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के लिए आज एक प्रस्ताव पारित किया।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने यह प्रस्ताव पेश किया और कहा कि भाजपा पिछले तीन सालों से पार्टी को हतोत्साहित करती आ रही है। यहां हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ।
राउत ने कहा कि मैंने पार्टी के 2019 का लोकसभा और उसके बाद होने वाले विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने के लिए प्रस्ताव पेश किया। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में कम से कम 25 लोकसभा सीट (कुल 48 में से) और 125 विधानसभा सीट (कुल 288 में से) जीतेगी।
राउत ने कहा कि भाजपा ने हिंदुत्व के नाम पर शिवसेना के साथ गठबंधन किया था और हिंदुत्व के चलते पार्टी ने धैर्य बनाए रखा। लेकिन पिछले तीन सालों से भाजपा सत्ता के बल पर शिवसेना को हतोत्साहित करती आ रही है। शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं ने राउत के प्रस्ताव का समर्थन किया।
आज शिवेसना के संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती हैं और पार्टी अपने अध्यक्ष एवं दूसरे पदाधिकारियों के निर्वाचन के लिए आतंरिक चुनाव करा रही है। पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के विरोध में कोई उम्मीदवार खड़ा ना होने के कारण उनका पुनर्निर्वाचित होना तय है। (भाषा)