नागपुर। महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक जोड़तोड़ के बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना नहीं है और शिवसेना तथा उनकी पार्टी एक स्थिर सरकार बनाएगी, जो अगले 5 वर्षों तक सत्ता में रहेगी।
पवार ने कहा कि हम महाराष्ट्र में सरकार बनाएंगे जो अगले 5 वर्ष तक सत्ता में रहेगी और मध्यावधि चुनाव की कोई संभावना नहीं है। वे यहां 2 दिवसीय दौरे पर आए हैं और उन्होंने असमय हुई बारिश की वजह से फसलों को हुए नुकसान की समीक्षा की है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाए जाने के बावजूद केन्द्र सरकार को किसानों की मदद करनी होगी क्योंकि बारिश राष्ट्रीय स्तर पर हुई है और किसानों को प्रति हेक्टेयर की दर से मुआवजा मिलना चाहिए तथा उनके कर्जे माफ होने चाहिए। इसके लिए वह लगातार केन्द्र सरकार पर दबाव बनाना जारी रखेंगे।
महाराष्ट्र में सरकार के गठन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वह पार्टी नेताओं के साथ मिलकर एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं और इसी आधार पर सरकार में काम काज होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस के इस बयान कि शिवसेना और राकांपा सरकार छह माह से अधिक नहीं चलेगी, पर प्रतिक्रिया करते हुए पवार ने कहा कि मैं फडनवीस को जानता हूं, लेकिन यह नहीं जानता कि वह ज्योतिष विज्ञान के भी छात्र हैं।
यह पूछे जाने पर कि अगर शिवसेना सरकार बनाने के दौरान हिंदुत्व के मसले को उठाएगी तो क्या उनकी पार्टी इसका समर्थन करेगी, का जवाब देते हुए पवार ने कहा साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर विचार करने के लिए राकांपा और कांग्रेस ने गुरुवार को शिवसेना नेताओं के साथ एक बैठक की थी और कांग्रेस तथा उनकी पार्टी ने हमेशा ही धर्मनिरपेक्षतावाद पर जोर दिया है।
न्यूनतम साझा कार्यक्रम की प्रक्रिया शुरू : कांग्रेस ने कहा है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा शिवसेना के साथ मिलकर सरकार का गठन किया जाएगा और इसके लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने शुक्रवार को यहां पार्टी मुख्यालय में कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने गठबंधन सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने भी इस बारे में बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि तीनों दलों ने सरकार चलाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और और उसी के अनुसार सरकार बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पूरे पांच साल तक गठबंधन की सरकार चलेगी। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस एक जिम्मेदार राजनीतिक दल है और महाराष्ट्र में जब गठबंधन सरकार की प्रक्रिया का काम पूरा हो जाएगा और ठोस न्यूनतम कार्यक्रम तैयार हो जाएगा उसके बाद ही मीडिया को सरकार के गठन के बारे में पूरी जानकारी दी जाएगी।