मुंबई। महाराष्ट्र में लोगों को 20 दिन बाद भी नई सरकार का इंतजार है। भाजपा-शिवसेना में सहमति नहीं बनने के बाद अब शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। इस बीच राज्य में राष्ट्रपति शासन लग चुका है। हालांकि इस बीच, यह भी खबरें आ रही हैं कि सेना और एनसीपी के बीच 50-50 के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है, वहीं कांग्रेस सरकार में डिप्टी सीएम का पद ले सकती है।
राउत ने कहा हारना और डरना मना है : कांग्रेस और राकांपा के समर्थन से महाराष्ट्र में सरकार बनाने के शिवसेना के प्रयासों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने गुरुवार को ट्विटर पर लिखा, 'अब हारना और डरना मना है।' सोमवार को राउत की एंजियोप्लास्टी हुई थी। बुधवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
राउत (57) ने यह भी लिखा कि हार हो जाती है जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है। बुधवार को राउत ने ट्विटर पर जो संदेश लिखे थे उनका संकेत इस ओर था कि महाराष्ट्र में सरकार गठन के प्रयासों के बीच उनकी पार्टी के लिए आगे की राह आसान नहीं है।
ठाकरे ने की कांग्रेस नेताओं से मुलाकात : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण, बाबासाहेब थोराट और माणिकराव ठाकरे से मुलाकात की थी। बाद में माणिकराव ठाकरे ने कहा था कि दलों के बीच बातचीत सही दिशा में चल रही है।
चव्हाण बोले- कोई निर्णय नहीं हुआ : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर चल रही बातचीत अभी प्रारंभिक स्तर पर है और अब तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं हुआ है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा ने बुधवार को पार्टी स्तर पर चर्चा की और बाद में एक साथ मिलकर 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम' तथा 'सत्ता-साझेदारी के फॉर्मूले' पर बात की।