जम्मू। दक्षिण कश्मीर में हिमालय स्थित अमरनाथ गुफा तीर्थ स्थल के लिए वार्षिक तीर्थयात्रा के वास्ते पंजीकरण 1 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। यह गुफा मंदिर 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिसके लिए 56 दिवसीय यात्रा पहलगाम और बालटाल मार्गों से 28 जून को शुरू होगी और 22 अगस्त को समाप्त होगी।
इस महीने की शुरुआत में आयोजित एक बैठक में अधिकारियों ने कहा था कि सभी कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 प्रोटोकॉल लागू हैं और सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन किया जाएगा।
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नीतीश्वर कुमार ने कहा, दोनों मार्गों के लिए पंजीकरण पूरे देश में 446 निर्दिष्ट बैंक शाखाओं के माध्यम से 1 अप्रैल से शुरू होगा, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक (316), जम्मू कश्मीर बैंक (90) और यस बैंक (40) की शाखा शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि पंजीकरण के लिए प्रक्रिया के बारे में विवरण, आवेदन पत्र और बैंक की शाखाओं की राज्यवार सूची पूरे पते के साथ बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
सीईओ ने कहा कि राज्य सरकारों या केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों द्वारा अधिकृत डॉक्टरों या चिकित्सा संस्थानों द्वारा जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र ही पंजीकृत बैंक शाखाओं में स्वीकार किए जाएंगे। प्रमाण पत्र अनिवार्य हैं क्योंकि गुफा बहुत ऊंचाई पर स्थित है और यात्रा कठिन है।
कुमार ने कहा, यात्रा-2021 के लिए 15 मार्च के बाद जारी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र ही वैध होंगे। पंजीकरण करने के लिए जिन कदमों का पालन करना होगा, उनके बारे में जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर डाल दी गई है। उन्होंने कहा कि इसमें आधार शिविरों तक पहुंचने की प्रासंगिक जानकारी, पंजीकरण के लिए शुल्क, टट्टू, पालकी और पोर्टर्स के लिए शुल्क भी शामिल हैं।
कुमार ने कहा कि 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु के लोग और छह सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को इस वर्ष की यात्रा के लिए कोविड-19 मानदंडों के अनुसार पंजीकृत नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए सप्ताह के प्रत्येक दिन और मार्गों के लिए परमिट अलग-अलग होंगे।
कुमार ने कहा कि जो तीर्थयात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें अग्रिम पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि इसके लिए उनका टिकट पर्याप्त होगा। कुमार ने कहा कि हालांकि, उन्हें एक अधिकृत चिकित्सक द्वारा जारी अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करना जरूरी होगा।
इस बीच, जम्मू में अधिकारियों ने इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए शनिवार को भगवती नगर आधार शिविर में व्यवस्थाओं की समीक्षा की और आवास क्षमता 2,000 से बढ़ाकर 5,000 करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता पर जोर देते हुए जम्मू के उपायुक्त अंशुल गर्ग ने अधिकारियों को 'यात्री निवास' और यात्रियों के ठहरने के लिए आसपास पहचान किए गए स्थानों को स्वच्छ और हरित बनाए रखने का निर्देश दिया।
गर्ग ने यहां एक बैठक में बिजली, पेयजल, परिवहन, सुरक्षा, बैरिकेडिंग, मोबाइल टॉयलेट, क्लॉक रूम और सामुदायिक रसोईघर जैसी सुविधाओं की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को इस शिविर की आवास क्षमता को मौजूदा 2,000 से बढ़ाकर 5,000 करने का निर्देश दिया।(भाषा)