रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए डेबिट कार्ड पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) को वाजिब स्तर पर लाने के लिए यह फैसला लिया है। इसके तहत डेबिट कार्ड से होने वाले लेनदेन के लिए अलग-अलग मर्चेंट डिस्काउंट दरें (एमडीआर) तय की हैं।
अगर आने वाले दिनों में बैंक भी एमडीआर चार्जेस घटाते हैं, तो इसका फायदा आम आदमी को मिलेगा। एमडीआर चार्जेज कम होने के बाद जब भी आप पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल्स मशीन) से डेबिट कार्ड के माध्यम से लेन-देन करेंगे, तो आपको कम चार्ज लगेगा।
आरबीआई के नए नोटिफिकेशन के मुताबिक, 20 लाख रुपए तक के सालाना कारोबार वाले कारोबारियों के लिए एमडीआर शुल्क 0.40 फीसदी तय की गया है। इसमें हर लेन-देन पर शुल्क की सीमा 200 रुपए रहेगी। अगर किसी कारोबारी का एमडीआर 20 लाख से ज्यादा होता है तो उसका एमडीआर शुल्क 0.90 फीसदी होगा। इसकी अधिकतम शुल्क राशि 1000 रुपए रहेगी।