नई दिल्ली। दिल्ली की वित्त सचिव रेणु शर्मा ने इस बारे में चिंता व्यक्त की है कि पहली तिमाही में सरकार की विभिन्न परियोजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए लोक निर्माण विभाग को आवंटित बजट में से 10 प्रतिशत से कम राशि ही खर्च हो पाई है।
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक अधिकारी के मुताबिकि कम खर्च को लेकर स्पष्टीकरण सरकार को भेजा जाएगा। वित्त सचिव ने 25 जुलाई को खर्च पर एक समीक्षा बैठक की जिसमें परियोजनावार स्थिति पर चर्चा की गई।
बैठक में अस्पतालों के प्रबंधों में सुधार, पोली क्लिनिकों के निर्माण, आईटीओ स्काईवॉक और आश्रम से एम्स की ओर जाने वाले रिंग रोड को मजबूत करने के कार्य और अन्य परियोजनाओं पर चर्चा की गई। वित्त सचिव ने इस दौरान नाराजगी व्यक्त की।
अपने अधिकारियों को लिखे पत्र में पीडब्ल्यूडी ने कहा है कि ऐसा प्रतीत होता है कि आईटीओ पर स्कॉईवाक का निर्माण जुलाई में निर्धारित अपनी समयसीमा पर पूरा नहीं हो पाएगा और काम तेजी से किया जाना चाहिए तथा पूरे कोष का उपयोग होना चाहिए।
इसमें कहा गया है, 'प्रधान सचिव (वित्त) ने पी डब्ल्यू डी को खर्च के लिए आवंटित बजट के कम इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की है। पी डब्ल्यू डी का खर्च पहली तिमाही में औसतन 10 प्रतिशत से कम है।'
इसमें कहा गया है कि पिछले तीन-चार महीनों में कई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी लेकिन इसके लिए विभाग अभी तक निविदाएं आमंत्रित कर रहा है और कम राशि का इस्तेमाल किए जाने के कारण कुछ परियोजनाओं में देरी हो रही है।
पत्र में कहा गया है, 'कैबिनेट ने आठ अस्पतालों को मंजूरी दी है, लेकिन इसके लिए अभी तक कोई निविदा आमंत्रित नहीं की गई है। परियोजना प्रबंधक (स्वास्थ्य) को निर्माण - पूर्व गतिविधियों के लिए समयसीमा निर्धारित करनी चाहिए।' (भाषा)