जयपुर। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश में चल रहे प्रदर्शन के बीच अब कांग्रेस की राजस्थान सरकार ने भी इसके खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिया है। हालांकि इससे पहले केरल और पंजाब में भी इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास हो चुका है।
खबरों के मुताबिक, सीएए के खिलाफ देश में चल रहे प्रदर्शन के बीच अब राजस्थान विधानसभा ने भी शनिवार को इस कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास कर दिया है। इस विरोध प्रस्ताव के बाद राजस्थान अब केरल और पंजाब के बाद तीसरा राज्य बन गया है। केरल में 31 दिसंबर 2019 और पंजाब में 7 जनवरी को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रस्ताव पास किया गया था।
जबकि इस कानून को लेकर केंद्र सरकार की तरफ से गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी भी साफ कह चुके हैं किसी भी स्थिति में सीएए वापस नहीं होगा। उनका कहना है कि यह बिल नागरिकता लेने नहीं देने के लिए है।
गौरतलब है कि दिल्ली के शाहीनबाग में जहां पिछले एक महीने से भी ज्यादा समय से लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं। इस तरह देश के कई क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जबकि सरकार कई बार साफ चुकी है कि यह बिल किसी की नागरिकता लेने नहीं देने के लिए लाया गया है।