नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) नई दिल्ली के लोधी स्टेट इलाके में स्थित अपना सरकारी बंगला इस महीने के आखिर तक खाली कर देंगी और कोविड़-19 के हालात में सुधार होने पर लखनऊ चली जाएंगी। उनके करीबी सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
जानकारी मिली है कि प्रियंका दिल्ली में एक वैकल्पिक आवास की तलाश में हैं। लखनऊ में उनके लिए आवास तय हो गया है, जहां वे आने वाले समय में रहकर उत्तरप्रदेश में अपनी राजनीतिक गतिविधियां आगे बढ़ाएंगी।
प्रियंका के करीबी सूत्रों के मुताबिक फिलहाल दिल्ली में कोई आवास तय नहीं हुआ है, लेकिन प्रियंका और उनका परिवार 35-लोधी एस्टेट स्थित आवास खाली कर रहे हैं। उनके सामान पैक हो रहे हैं और यह सरकारी बंगला खाली करने की तैयारी चल रही है। पता चला है कि उनके कुछ पुराने सामानों को सोनिया गांधी के आवास 10-जनपथ पर रखा गया है।
लखनऊ में वे गोखले मार्ग स्थिति शीला कौल के आवास में रहेंगी। यह मकान खाली पड़ा है और फिलहाल इसकी मरम्मत और रंगाई-पुताई का काम चल रहा है। शीला कौल देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की भाभी थीं। वे केंद्रीय मंत्री औेर राज्यपाल भी रहीं। 2015 में उनका निधन हो गया था।
सूत्रों का कहना है कि प्रियंका के लखनऊ में रहने के लिए जाने की तैयारियां कुछ महीनों से चल रही थीं, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसमें विलंब हुआ।
गौरतलब है कि केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय ने प्रियंका से नई दिल्ली स्थित सरकारी बंगला एक अगस्त को खाली करने को कहा है। उसकी ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि एसपीजी सुरक्षा वापस लिए जाने के बाद उन्हें मौजूदा आवास ‘35 लोधी एस्टेट’ खाली करना पड़ेगा क्योंकि जेड प्लस की श्रेणी वाली सुरक्षा में आवास सुविधा नहीं मिलती।
सरकार ने पिछले साल नवंबर में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की एसपीजी सुरक्षा वापस ले ली थी तथा उन्हें जेड-प्लस श्रेणी सुरक्षा दी थी। (भाषा)