नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में जारी हिंसक घटनाओं के बीच अब अटकलें लगने लगी हैं कि राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बंगाल में हालात नहीं सुधरे तो केन्द्र को दखल देना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में धारा 356 लगाने की मांग कर सकती है।
दूसरी ओर राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने पहुंचे पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि वे मोदी से शिष्टाचार मुलाकात के लिए पहुंचे हैं, लेकिन अगर राज्य की हिंसा के संबंध में उनसे जानकारी मांगी गई तो वे उपलब्ध कराएंगे।
दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को सोमवार को लिखे एक पत्र में आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल सरकार को भेजा गया गृह मंत्रालय का परामर्श विपक्ष शासित राज्यों में ‘सत्ता हथियाने की’ चाल और ‘गहरा षड्यंत्र’ है।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने पत्र में लिखा कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जमीनी हकीकत जाने बिना या राज्य सरकार से रिपोर्ट लिए बिना निष्कर्ष निकाल लिया।
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव के समय से ही पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़पें जारी हैं। हिंसा की इन घटनाओं में अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है।