नई दिल्ली। एसपीजी बिल पर बहस के दौरान लोकसभा में उस समय सनसनी फैल गई जब भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कह दिया। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ।
हालांकि प्रज्ञा के इस बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से निकाल दिया गया। बहस के दौरान डीएमके सांसद ए राजा ने गोडसे के नाम लिया, इस पर प्रज्ञा ने कहा कि आप एक देशभक्त का नाम नहीं ले सकते।
प्रज्ञा ने यूनियन कार्बाइड के सीईओ एंडरसन का जिक्र करते हुए कहा कि 1984 के भोपाल गैस कांड में हजारों लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि एक विदेशी आता है और हजारों लोगों को मारता है। कई लोग आज भी उस पीड़ा से गुजर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार ने उसे भगाने में मदद की थी। दरअसल, यह आतंकवाद है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेसी मुझे आतंकवादी कहते हैं, लेकिन कांग्रेस ने एक आतंकवादी को संरक्षण दिया है, जिसके कारण 34 साल बाद भी लोग गैसकांड के प्रभाव से मुक्त नहीं हो पाए हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ने पहले भी गोडसे को लेकर बयान दिया था, तब मोदी ने कहा था कि वे कभी उन्हें मन से माफ नहीं करेंगे। सवाल यह है कि अब मोदी क्या करेंगे?