नई दिल्ली। भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा में गोडसे के समर्थन में बयान देना खासा महंगा पड़ गया। प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा साध्वी प्रज्ञा के बयान से काफी नाराज हैं और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें रक्षा मंत्रालय की कमेटी से हटा दिया है।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा इस तरह की बयानों का समर्थन नहीं करती। उन्हें जल्द ही रक्षा मंत्रालय की कमेटी से हटा दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि एसपीजी बिल पर बहस के दौरान बुधवार को लोकसभा में उस समय सनसनी फैल गई जब भोपाल से भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त कह दिया। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ। हालांकि प्रज्ञा के इस बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से निकाल दिया गया।
बहस के दौरान डीएमके सांसद ए राजा ने गोडसे के नाम लिया, इस पर प्रज्ञा ने कहा था कि आप एक देशभक्त का नाम नहीं ले सकते।
प्रज्ञा ने यूनियन कार्बाइड के सीईओ एंडरसन का जिक्र करते हुए कहा था कि 1984 के भोपाल गैस कांड में हजारों लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि एक विदेशी आता है और हजारों लोगों को मारता है। कई लोग आज भी उस पीड़ा से गुजर रहे हैं। कांग्रेस की सरकार ने उसे भगाने में मदद की थी। दरअसल, यह आतंकवाद है।
उल्लेखनीय है कि प्रज्ञा ने पहले भी गोडसे को लेकर बयान दिया था, तब मोदी ने कहा था कि वे कभी उन्हें मन से माफ नहीं करेंगे। मोदी की नाराजगी के बाद भी प्रज्ञा ने संसद में यह बयान दिया और उन्हें रक्षा समिति से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।