भारत सरकार ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। इस फैसले के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
दरअसल देश में मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली संस्था भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने पूर्वानुमान सूची में गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को शामिल किया है।
इस नए फैसले को लेकर मीडिया जगत से लेकर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा है।
इस बारे में आईएमडी के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने मीडिया को जानकारी दी कि गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद को भी मौसम बुलेटिन में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि ये भी भारत के हिस्से हैं, इसलिए हमने इन्हें मौसम बुलेटिन में शामिल किया है।
मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बातचीत में कहा कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग पूरे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र के लिए मौसम बुलेटिन जारी कर रहा है।
उन्होंने कहा कि इस बुलेटिन में गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद का भी उल्लेख है, क्योंकि यह भारत का हिस्सा है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने को मंजूरी दी थी। इसके लिए पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से 2018 के एक कानून में संशोधन और वहां चुनाव कराने के निर्देश दिए थे।
इसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताई थी। भारत ने पाकिस्तान से साफतौर पर कहा था कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जिसमें गिलगित-बाल्टिस्तान भी शामिल हैं और वह पूरी तरह भारत का अभिन्न अंग है।
विदेश मंत्रालय ने बहुत सख्त संदेश में पाकिस्तान से कहा है कि पाकिस्तान को गिलगित-बाल्टिस्तान को तुरंत
खाली करना चाहिए। विदेश मंत्रालय ने कहा,
‘चूंकि गिलगित-बाल्टिस्तान भारत का अभिन्न हिस्सा है, लिहाजा पाकिस्तान इसे फौरन खाली कर दे। उसका यहां कब्जा गैरकानूनी है। हमने पाकिस्तान के एक सीनियर डिप्लोमेट को तलब कर उन्हें अपना पक्ष बता दिया है’
भारत सरकार के इस नए फैसले के बाद मीडिया और राजनीतिक संगठन कई तरह के अनुमान लगा रहे हैं।