नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि 10वीं कक्षा की लंबित बोर्ड परीक्षा केवल उत्तर-पूर्व दिल्ली के लिए आयोजित की जाएगी, पूरे देश के लिए नहीं। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने पिछले महीने ही इस संबंध में अधिसूचित किया था लेकिन छात्रों एवं अभिभावकों में इसको लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
निशंक ने छात्रों के साथ आनलाइन माध्यम से संवाद के दौरान कहा, ‘उत्तर पूर्व दिल्ली के छात्रों के अलावा 10वीं कक्षा की लंबित बोर्ड परीक्षा पूरे देश के स्तर पर आयोजित नही होगी। परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को 10 दिनों का समय दिया जाएगा।’
मंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तर पूर्व दिल्ली के छात्रों को उन विषयों की परीक्षा में फिर से उपस्थित होने की
जरूरत नहीं है, जिनकी पहले वे परीक्षा दे चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘ये परीक्षाएं उन छात्रों के लिए आयोजित की जा रही है, जो कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण निर्धारित कार्यक्रम के दौरान परीक्षा नहीं दे पाए थे। नए कार्यक्रम की घोषणा एक-दो दिनों में की जाएगी।’
गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण पूरे देश के स्कूल, विश्वविद्यालय 16 मार्च से बंद हैं और परीक्षाएं टाल दी गई है। इसके बाद 24 मार्च को देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई और इसे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है। कोविड-19 के कारण ही 10वीं और 12वीं बोर्ड की परीक्षा आठ परीक्षा तिथियों को नहीं ली जा सकी थी।
सीबीएसई बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने पहले ही अप्रैल में घोषणा की थी कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की लंबित 29 महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षाएं ही ली जाएंगी, लेकिन 10वीं कक्षा में केवल वैकल्पिक विषयों की परीक्षाएं ही ली जानी शेष थी और इनका आयोजन नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कानून एवं व्यवस्था की स्थिति के कारण उत्तर पूर्व दिल्ली में कुछ महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा टाल दी गई थी और इनका यहां आयोजन किया जाएगा। (भाषा)