नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को पहली बार देशवासियों को 'मन की बात' कार्यक्रम के जरिए संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगली बार 'मन की बात' मई के महीने में होगा। इस अवसर पर उन्होंने पुलवामा हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को याद करते हुए कहा कि आज मन भरा हुआ है।
उन्होंने कहा कि 10 दिन पूर्व भारतमाता ने अपने वीर सपूतों को खो दिया। इन पराक्रमी वीरों ने हमारी रक्षा में खुद को खपा दिया। देशवासी चैन की नींद सो सकें, इसके लिए जवानों ने अपने दिन-रात दे दिए। शहीदों और उनके परिवारों के प्रति चारों तरफ संवेदनाएं उमड़ पड़ी हैं।
उन्होंने कहा कि भारतमाता की रक्षा में प्राण न्योछावर करने वाले सभी वीर जवानों को मैं नमन करता हूं। जो देश के मन में भावनाएं उमड़ रही हैं, वे ही मेरे मन में भी हैं। सेना ने आतंकियों और उनके मददगारों को समाप्त करने का प्रण लिया है।
उन्होंने कहा कि इस चुनौती का सामना हमें जातिवाद, संप्रदायवाद, क्षेत्रवाद और अन्य मतभेदों को भुलाकर करना है ताकि आतंक के खिलाफ हमारे कदम पहले से कहीं अधिक दृढ़, सशक्त और निर्णायक हों। पीएम मोदी ने कहा कि हमले के 100 घंटों के भीतर ही कदम उठाए गए। इस हमले की साजिश रचने वालों को मार गिराया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बच्चे-बच्चे के मन में देशभक्ति की भावना है। सोमवार को वे नेशनल वॉर मेमोरियल सेना को सौंपेंगे। सभी के लिए ये राष्ट्रीय स्मारक तीर्थ जाने के समान है। सभी को यहां जरूर जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि आप राष्ट्रीय सैनिक स्मारक और National Police Memorial को देखने जरूर जाएंगे। आप जब भी जाएं, वहां ली गईं अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर अवश्य शेयर करें ताकि दूसरे लोग इस मेमोरियल को देखने के लिए उत्सुक हों।