नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को देशवासियों को संविधान दिवस की बधाई देते हुए कहा कि आज दुनिया हमें बहुत उम्मीदों से देख रही है। आज पूरे सामर्थ्य से, अपनी सभी विविधताओं पर गर्व करते हुए ये देश आगे बढ़ रहा है और इसके पीछे हमारी सबसे बड़ी ताकत हमारा संविधान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना के पहले तीन शब्द- 'We The People' केवल शब्द नहीं हैं... ये एक आह्वान है, एक प्रतिज्ञा है, एक विश्वास है।
पीएम मोदी ने कहा कि Pro People की ताकत से आज देश का सशक्तिकरण हो रहा। सामान्य मानवी के लिए कानूनों को सरल बनाया जा रहा है। आजादी का ये अमृत काल देश के लिए 'कर्तव्य काल' है। व्यक्ति हों या संस्थाएं... हमारे दायित्व ही हमारी पहली प्रतिज्ञा है।
उन्होंने कहा कि भारत की मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जो पहचान है, हमें उसको और भी अधिक सशक्त करना है। हमारे संविधान की स्पिरिट 'Youth Centric है। आज संविधान दिवस पर मैं देश की न्यायपालिका से एक आग्रह भी करूंगा कि- युवाओं में संविधान को लेकर समझ बढ़े इसके लिए डिबेट और डिस्कशन को बढ़ाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1949 में संविधान सभा द्वारा भारत के संविधान को अंगीकार किए जाने की याद के तौर पर वर्ष 2015 से 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। पहले इस दिन को विधि दिवस के रूप में मनाया जाता था।