कम हुआ लू का असर, उत्तर भारत में तापमान 3 से 4 डिग्री गिरने का अनुमान

Webdunia
शनिवार, 3 जुलाई 2021 (15:24 IST)
नई दिल्ली। उत्तर भारत के मैदानी एवं पर्वतीय इलाकों में लू का असर कम हो गया है और आगामी 5 दिन लू चलने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को बताया कि आगामी 5 दिन तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है।
 
मौसम विभाग ने कहा कि जैसी संभावना जताई गई थी, उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानों से लू का असर कम हो गया है और कल (शुक्रवार को) हरियाणा में कहीं-कहीं लू का असर देखा गया।
 
पश्चिमी विक्षोभ की वजह से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आसपास के हिस्सों में शुक्रवार को व्यापक रूप से बारिश हुई, जिससे लू की स्थिति से राहत मिली।
 
आईएमडी ने कहा, 'उत्तर पश्चिमी भारत के मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान आज तीन से चार डिग्री सेल्सियस गिरने की संभावना है और उसके बाद भी कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है। परिणामस्वरूप, अगले पांच दिन इस क्षेत्र में लू की स्थिति बनने की कोई संभावना नहीं है।'
 
उसने कहा कि अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण लू के असम में कमी आई है। बहरहाल, इन हवाओं के साथ आर्द्रता में बढ़ोतरी होने के कारण अगले 5 दिनों के दौरान मौसम असुविधाजनक बना रहेगा। पिछले दो दिन में दिल्ली समेत कई जगहों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से पार चला गया था। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

गृहमंत्री अमित शाह ने बताई नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन

Bengal Flood : ममता बनर्जी ने बाढ़ को बताया साजिश, PM मोदी को लिखा पत्र, दी यह चेतावनी

Tirupati Laddu Controversy : जेपी नड्डा ने CM चंद्रबाबू से मांगी रिपोर्ट, बोले- जांच के बाद होगी उचित कार्रवाई

इस बार कश्मीर के चुनाव मैदान में हैं 25 पूर्व आतंकी, अलगाववादी और जमायते इस्लामी के सदस्य

300 साल पुरानी भोग प्रथा, 2014 में मिला GI टैग, अब प्रसाद में पशु चर्बी, क्‍या है Tirupati Controversy?

अगला लेख
More