नगालैंड फायरिंग मामले में भारतीय सेना के विशेष बल के खिलाफ FIR, आदिवासी संगठन ने किया 17 मौतों का दावा

Webdunia
सोमवार, 6 दिसंबर 2021 (12:23 IST)
नगालैंड। नगालैंड फायरिंग मामले में पुलिस ने भारतीय सेना के 21 पैरा विशेष बलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नगालैंड पुलिस ने दर्ज की गई प्राथमिकी में सेना के विशेष दल पर यह आरोप लगाया है कि सुरक्षा बलों का इरादा नागरिकों की हत्या और उन्हें घायल करना था।
ALSO READ: आंग सान सू की को 4 साल की जेल, सेना के खिलाफ असंतोष भड़काने के मामले में दोषी करार
टीवी समाचार खबरों के मुताबिक दर्ज एफआईआर में ये कहा गया है कि सेना के 21 पैरा स्पेशल बलों ने असम सीमा के पास नगालैंड के मोन जिले के ओटिंग में ताबड़तोड़ गोलीबारी की। एफआईआर में साफतौर पर आरोप लगाया गया है कि नागरिकों की हत्या करना ही आर्मी यूनिट का इरादा था। राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच के एसआईटी टीम गठित की है।
 
17 मौतों का दावा : नगालैंड में सोमवार को भी माहौल तनावपूर्ण बना रहा जहां एक शीर्ष आदिवासी संगठन ने दावा किया कि मोन जिले में असैन्य नागरिकों पर सुरक्षा बलों की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई, जबकि पुलिस के मुताबिक 14 लोग ही मारे गए हैं।
 
पहली गोलीबारी की घटना जिसमें 6 नागरिक मारे गए थे, तब हुई जब सेना के जवानों ने शनिवार शाम को एक पिकअप वैन में घर लौट रहे कोयला खदान कर्मियों को प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट से संबंधित उग्रवादी समझ लिया। जब मजदूर अपने घरों को नहीं लौटे, स्थानीय युवक और ग्रामीण उनकी तलाश में गए और सेना के वाहनों को घेर लिया। इसके बाद हुई झड़प में एक सैनिक की मौत हो गई और कई वाहन जला दिए गए। 
 
आदिवासी निकाय कोन्याक यूनियन के सदस्यों ने दावा किया कि आत्मरक्षा में सरक्षाबलों ने गोलीबारी की जिसमें 9 अन्य आम लोगों की मौत हो गई। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने कहा कि सात असैन्य नागरिकों की ही मौत हुई। दंगा रविवार दोपहर तक खिंच गया जब गुस्साई भीड़ ने संघ के कार्यालयों और इलाके में असम राइफल्स के शिविर में तोड़फोड़ की, और इसके कुछ हिस्सों में आग लगा दी। यूनियन के सदस्यों के अनुसार, सुरक्षा बलों ने हमलावरों पर जवाबी गोलीबारी की, जिसमें कम से कम दो और लोग मारे गए, लेकिन पुलिस के मुताबिक इस घटना में एक ही व्यक्ति की मौत हुई।
 
बुलाया बंद : आदिवासी निकायों, नागरिक समाजों और छात्र संगठनों ने अचानक एक कदम उठाते हुए सोमवार को राज्यभर में छह से 12 घंटे तक की विभिन्न अवधियों के लिए बंद बुला लिया। प्रभावशाली नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने पांच दिनों के शोक की घोषणा की है, साथ ही आदिवासियों से इस अवधि के दौरान किसी भी उत्सव में भाग नहीं लेने के लिए कहा है। अधिकारियों ने कहा कि घायलों में से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है और उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।
Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

कहर बरपाएगा चक्रवाती तूफान फेंगल, मछुआरों को चेतावनी, भारी बारिश का अलर्ट

बांग्लादेश को भारत की फटकार, हिन्दुओं की सुरक्षा की ले जिम्मेदारी

इंदौर नगर निगम के पूर्व सिटी इंजीनियर हरभजन सिंह का निधन, हनीट्रैप कांड से आए थे चर्चाओं में

LIVE: बांग्लादेश में हिन्दुओं पर बढ़ते अत्याचार, भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा- लेनी पड़ेगी सुरक्षा की जिम्मेदारी

बांग्लादेश में कसा चिन्मय कृष्ण दास पर शिकंजा, बैंक खाते से लेन-देन पर रोक

अगला लेख
More