इंफाल। मणिपुर में 3 मई से हिंसा जारी है। अब तक 80 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के दौरे पर हैं। इस बीच ओलिंपिक पदक विजेता मीराबाई चानू सहित मणिपुर की 11 खेल हस्तियों ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। मणिपुर के अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों ने मंगलवार को कहा कि यदि राज्य की क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किया जाता है तो वे सरकार द्वारा दिए गए पुरस्कार लौटा देंगे।
एल. अनीता चानू (ध्यानचंद पुरस्कार विजेता), अर्जुन पुरस्कार विजेता एन कुंजारानी देवी (पद्म श्री), एल सरिता देवी और डब्ल्यू संध्यारानी देवी (पद्म श्री पुरस्कार विजेता) और एस मीराबाई चानू (पद्म श्री और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार विजेता) उन 11 खिलाड़ियों में शामिल हैं।
अनिता चानू ने एक प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि यदि अमित शाह हमें मणिपुर की अखंडता की रक्षा का आश्वासन नहीं देते हैं, तो हम भारत सरकार द्वारा दिए गए पुरस्कार वापस कर देंगे।
उन्होंने कहा कि यदि मांग पूरी नहीं हुई तो भविष्य में खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करेंगे और न ही किसी उभरती प्रतिभा को प्रशिक्षित करेंगे।
ये 11 खिलाड़ी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित एक ज्ञापन शाह को सौंपने गए थे लेकिन ऐसा नहीं कर सके क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री कुकी पीड़ितों और संगठनों से मिलने के लिए चुराचांदपुर चले गए थे।
चानू ने कहा कि हमने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को ज्ञापन की एक प्रति सौंपी है। उन्होंने चुराचांदपुर से लौटने के बाद शाम को शाह के साथ बैठक की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया है। हम तब उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे।
कड़ाई से निपटने के निर्देश : मणिपुर में शांति बहाली के अपने प्रयासों के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को विभिन्न मेइती और कुकी समूहों से मुलाकात की, जिन्होंने शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और आश्वासन दिया कि वे संकटग्रस्त राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए काम करेंगे।
शाह ने इंफाल में पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और कहा कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता मणिपुर में शांति और समृद्धि है और सुरक्षा अधिकारियों को शांति भंग करने वाली किसी भी गतिविधि से कड़ाई से निपटने का निर्देश दिया गया है। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma