Manipur Violence news : गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले मणिपुर में एक बार फिर हिंसा हुई। इसमें 1 पुलिसकर्मी समेत 5 लोगों की मौत हो गई। आज मणिपुर पहुंच रहे अमित शाह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने वादा किया कि समाज के सभी वर्गों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
कहा जा रहा है कि ताजा संघर्ष तब शुरू हुआ जब सेना ने शांति कायम करने के लिए समुदायों को हथियारों से मुक्त करने को लेकर तलाशी अभियान शुरू किया।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि सुरक्षा बलों ने राज्य में शांति कायम करने के लिए अभियान शुरू करने के बाद से घरों में आगजनी और लोगों पर गोलीबारी करने में शामिल लगभग 40 सशस्त्र उग्रवादियों को मार गिराया है।
इस बीच मणिपुर में कुकी समुदाय के कल्याण के लिए काम करने वाले यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट और कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन ने कहा कि जातीय हिंसा में निर्दोष लोगों की हत्या से बहुत नुकसान हुआ है और जब तक शांति नहीं होती इस क्षेत्र पर एक हानिकारक प्रभाव पड़ेगा। दोनों संगठनों ने कहा कि वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की आगामी मणिपुर यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मैतेई समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) के दर्जे की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद मणिपुर में जातीय झड़पों में 75 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
आरक्षित वन भूमि से कुकी ग्रामीणों को बेदखल करने पर पहले से तनाव गहराया हुआ था। मैतेई मणिपुर की आबादी का लगभग 53 प्रतिशत हैं और ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं।
राज्य में हालात सामान्य करने के लिए अर्धसैनिक बलों के अलावा सेना और असम राइफल्स की लगभग 140 टुकड़ियां तैनात करनी पड़ी, जिनमें 10,000 से अधिक कर्मी शामिल हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta