जयपुर। ब्लू व्हेल गेम चैलेंज के बाद Momo WhatsApp चैलेंज बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। अजमेर में दसवीं की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। खबरों के अनुसार जन्मदिन के तीन बाद छात्रा ने पहले नस काटी और फिर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के मोबाइल की ब्राउजर हिस्ट्री, मोमो चैलेंज और गेम के नियम से यह आशंका जताई जा रही है कि उसने Momo WhatsApp चैलेंज गेम के चक्कर में अपनी जान दे दी।
खबरों के अनुसार 10वीं की छवि नाम की छात्रा ने 31 जुलाई को आत्महत्या कर ली थी। जांच में सामने आया कि मोमो चैलेंज के कारण उसने आत्महत्या की हो। ब्लू व्हेल गेम की तरह Momo WhatsApp चैलेंज का आखिरी टास्क भी मौत ही है। छात्रा कमरे में लगे पंखे पर फंदे के सहारे झूल गई। मौत से पहले लिखे सुसाइड नोट में उसने लिखा कि वह जन्मदिन के दिन ही मर जाना चाहती थी।
क्या है Momo WhatsApp चैलेंज : ब्लू व्हेल चैलेंज की तरह इसमें भी खतरनाक टास्क मिलता है। सोशल मीडिया पर जापान के एरिया कोड वाला नंबर वायरल होता है। व्हाट्सएप पर कांटेक्ट नंबर सेव करने पर खतरनाक तस्वीर लगी प्रोफाइल सामने आती है। लोगों के दिलो-दिमाग में खौफ पैदा करने वाला मोमो गेम एक कॉन्सिपिरेसी थ्योरी पर आधारित है। खबरों के अनुसार मोमो की प्रोफाइल सबसे पहले लोगों को फेसबुक पर दिखी। प्रोफाइल में लगी तस्वीर का चेहरा 2016 में जापान के संग्रहालय में प्रदर्शित एक मूर्ति से मिलता है। यह खतरनाक खेल लैटिन अमेरिका के बाद अमेरिका में लोगों की नींद खराब किए हुए है।
रखें ये सावधानियां :
- मोबाइल फोन को एंटी वायरस से सुरक्षित रखें। इससे संदिग्ध लिंक खोलने के दौरान पॉपअप आ जाएगा। एंटी वायरस प्रोटेक्शन से फेसबुक मैसेंजर, एसएमएस, व्हाट्सएप भी सुरक्षित रहेंगे।
- अपने और बच्चों के मोबाइल कांटेक्ट लिस्ट में परिचितों के ही नंबर हों। फोन में पैटर्न लॉक की सुविधा भी रखें।
- बच्चे अगर उदास नजर आएं या फिर व्यवहार में असामान्य परिवर्तन हों तो अतिरिक्त देखभाल करें।